☘️ उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
को करे अलविदा अपनाकर ये घरेलू दवा
वर्तमान दौड़ती भागती जिंदगी में बीमारियां आम हो गई है । दैनिक क्रियाकलापो की अनियमितता, केमिकल का अत्यधिक प्रयोग और अनावश्यक तनाव उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को जन्म दे रहे है।
उच्च रक्तचाप रोग जीवन शैली और खान-पान की आदतों से जुडा होने के कारण केवल दवाओं से इस रोग को समूल नष्ट करना संभव नहीं है। जीवन चर्या एवं खान-पान में अपेक्षित बदलाव कर इस रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण
रक्त चाप बढने से तेज सिर दर्द, थकावट, टांगों में दर्द, उल्टी होने की शिकायत और चिडचिडापन होने के लक्षण मालूम पडते हैं।
उच्च रक्तचाप में क्या होता है
उच्च रक्तचाप में रक्त का गाढा हो जाता है। रक्त गाढा होने से उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे धमनियों और शिराओं में दवाब बढ जाता है
हाई ब्लड प्रेशर के मुख्य कारण:-
१) मोटापा
२) तनाव(टेंशन)
३) महिलाओं में हार्मोन परिवर्तन
४) ज्यादा नमक उपयोग करना
महत्वपूर्ण सलाह
- सफेद नमक का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना चाहिये। नमक ब्लड प्रेशर बढाने वाला प्रमुख कारक है।सेंधा नमक काम में ले और नमक दिन भर में 2 ग्राम से ज्यादा न लें।
-नंगे पैर हरी घास(जिस पर औंस पड़ी हो) पर 15-20 मिनिट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है। कुछ और भी आशातीत लाभ शरीर मे होते है।
उपाय जो घर में किए जा सकते है
1) लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू वस्तु है।यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है। धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्ररोल होने की स्थिति का समाधान करती है।
2)एक बडा चम्मच आंवला का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह -शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।
3) जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गरम पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के फ़ासले से पीते रहें। ब्लड प्रेशर सही मुकाम पर लाने का बढिया उपचार है।
4) तरबूज का मगज और पोस्त दाना दोनों बराबर मात्रा में लेकर पीसकर मिला लें। एक चम्मच सुबह-शाम खाली पेट पानी से लें। हफ़्ते तक या जरूरत मुताबिक लेते रहें।
5) बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा निंबू निचोडकर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें। हितकारी उपचार है।
6) तुलसी की 10 पती और नीम की 5 पत्ती पानी के साथ खाली पेट 7 दिवस तक लें।(मधुमेह रोगियों के लिए भी लाभकारी है।)
7) पपीता आधा किलो रोज सुबह खाली पेट खावें। बाद में 2 घंटे तक कुछ न खावें। ये पेट को सही रखने का सबसे बेहतरीन प्रयोग हैं। एक माह तक प्रयोग से बहुत लाभ होगा।
8) उबले हुए आलू खाना रक्त चाप घटाने का श्रेष्ठ उपाय है।आलू में सोडियम(नमक) नही होता है।
9) पालक और गाजर का रस मिलाकर एक गिलास रस सुबह पीयें।
10) करेला और सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं।अन्य सब्जियों के रस भी लाभदायक होते हैं।
11) अण्डा और मांस ब्लड प्रेशर बढाने वाली चीजें हैं। ब्लड प्रेशर रोगी के लिये वर्जित हैं।
12) मिठाई और चाकलेट का सेवन बंद कर दें।
13) चावल:-(भूरा) उपयोग में लावें। इसमें नमक , कोलेस्टरोल और चर्बी नाम मात्र की होती है। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है। इसमें पाये जाने वाले केल्शियम से नाडी मंडल की भी सुरक्षा हो जाती है।
14)अदरक:- प्याज और लहसून की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैलसियम युक्त मैल पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध खड़ा हो जाता है और नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में बहुत हीं ताकतवर एंटीओक्सीडेट्स होते हैं जो कि बुरे कोलेस्ट्रोल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। अदरक से आपके रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।
वंदे मातरम 🇮🇳
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः