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मंगलवार, 2 जून 2020

दादी_माँ_के_कुछ_प्रभावी_#घरेलू_नुस्खे


#भारतीय_दादी_माँ_के_कुछ_प्रभावी_घरेलू_नुस्खे 

अक्सर घर के बुजुर्गों के पास ही हर समस्या का समाधान मिल जाया करता है, जो रामबाण इलाज होता है। ऐसी ही कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जि‍न्हें हल करने के लि‍ए दादी मां के यह 22 रामबाण घरेलू नुस्खे ही काफी हैं । जरूर जानिए ...

1. कान दर्द - प्याज पीसकर उसका रस कपड़े से छान लें। फिर उसे गरम करके 4 बूंद कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता है।

2. दांत दर्द - हल्दी एवं सेंधा नमक महीन पीसकर, उसे शुद्ध सरसों के तेल में मिलाकर सुबह-शाम मंजन करने से दांतों का दर्द बंद हो जाता है।

3. दांतों के सुराख - कपूर को महीन पीसकर दांतों पर उंगली से लगाएं और उसे मलें। सुराखों को भली प्रकार साफ कर लें। फिर सुराखों के नीचे कपूर को कुछ समय तक दबाकर रखने से दांतों का दर्द निश्चित रूप से समाप्त हो जाता है।

4. बच्चों के पेट के कीड़े - छोटे बच्चों के पेट में कीड़े हों तो सुबह एवं शाम को प्याज का रस गरम करके 1 तोला पिलाने से कीड़े अवश्य मर जाते हैं। धतूरे के पत्तों का रस निकालकर उसे गरम करके गुदा पर लगाने से चुन्ने (लघु कृमि) से आराम हो जाता है।

5. गिल्टी का दर्द - प्याज पीसकर उसे गरम कर लें। फिर उसमें गो-मूत्र मिलाकर छोटी-सी टिकरी बना लें। उसे कपड़े के सहारे गिल्टी पर बांधने से गिल्टी का दर्द एवं गिल्टी समाप्त हो जाती है।

6. पेट के केंचुए एवं कीड़े - 1 बड़ा चम्मच सेम के पत्तों का रस एवं शहद समभाग मिलाकर प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को पीने से केंचुए तथा कीड़े 4-5 दिन में मरकर बाहर निकल जाते हैं।

7. छोटे बच्चों को उल्टी दस्त - पके हुए अनार के फल का रस कुनुकुना गरम करके प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को 1-1 चम्मच पिलाने से शिशु-वमन अवश्य बंद हो जाता है।

8. कब्ज दूर करने हेतु - 1 बड़े साइज का नींबू काटकर रात्रिभर ओस में पड़ा रहने दें। फिर प्रात:काल 1 गिलास चीनी के शरबत में उस नींबू को निचोड़कर तथा शरबत में नाममात्र का काला नमक डालकर पीने से कब्ज निश्चित रूप से दूर हो जाता है।

9. आग से जल जाने पर - कच्चे आलू को पीसकर रस निकाल लें, फिर जले हुए स्थान पर उस रस को लगाने से आराम हो जाता है। इसके अतिरिक्त इमली की छाल जलाकर उसका महीन चूर्ण बना लें, उस चूर्ण को गो-घृत में मिलाकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाता है।

10. कान की फुंसी - लहसुन को सरसों के तेल में पकाकर, उस तेल को सुबह, दोपहर और शाम को कान में 2-2 बूंद डालने से कान के अंदर की फुंसी बह जाती है अथवा बैठ जाती है तथा दर्द समाप्त हो जाता है।

11. कुकुर खांसी - फिटकरी को तवे पर भून लें और उसे महीन पीस लें। तत्पश्चात 3 रत्ती फिटकरी के चूर्ण में समभाग चीनी मिलाकर सुबह, दोपहर और शाम को सेवन करने से कुकुर खांसी ठीक हो जाती है।

12. पेशाब की जलन - ताजे करेले को महीन-महीन काट लें। पुन: उसे हाथों से भली प्रकार मल दें। करेले का पानी स्टील या शीशे के पात्र में इकट्ठा करें। वही पानी 50 ग्राम की खुराक बनाकर 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) पीने से पेशाब की कड़क एवं जलन ठीक हो जाती है।

13. फोड़े - नीम की मुलायम पत्तियों को पीसकर गो-घृत में उसे पकाकर (कुछ गरम रूप में) फोड़े पर हल्के कपड़े के सहारे बांधने से भयंकर एवं पुराने तथा असाध्य फोड़े भी ठीक हो जाते हैं।

14. सिरदर्द - सोंठ को बहुत महीन पीसकर बकरी के शुद्ध दूध में मिलाकर नाक से बार-बार खींचने से सभी प्रकार के सिरदर्द में आराम होता है।

15. पेशाब में चीनी (शकर)- जामुन की गुठली सुखाकर महीन पीस डालें और उसे महीन कपड़े से छान लें। अठन्नीभर प्रतिदिन 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) ताजे जल के साथ लेने से पेशाब के साथ चीनी आनी बंद हो जाती है। इसके अतिरिक्त ताजे करेले का रस 2 तोला नित्य पीने से भी उक्त रोग में लाभ होता है।

16. मस्तिष्क की कमजोरी - मेहंदी का बीज अठन्नीभर पीसकर शुद्ध शहद के साथ प्रतिदिन 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) सेवन करने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर हो जाती है और स्मरण शक्ति ठीक होती है तथा सिरदर्द में भी आराम हो जाता है।

17. अधकपारी का दर्द - 3 रत्ती कपूर तथा मलयागिरि चंदन को गुलाब जल के साथ घिसकर (गुलाब जल की मात्रा कुछ अधिक रहे) नाक के द्वारा खींचने से अधकपारी का दर्द अवश्य समाप्त हो जाता है।

18. खूनी दस्त - 2 तोला जामुन की गुठली को ताजे पानी के साथ पीस-छानकर, 4-5 दिन सुबह 1 गिलास पीने से खूनी दस्त बंद हो जाता है। इसमें चीनी या कोई अन्य पदार्थ नहीं मिलाना चाहिए।

19. जुकाम - 1 पाव गाय का दूध गरम करके उसमें 12 दाना कालीमिर्च एवं 1 तोला मिश्री- इन दोनों को पीसकर दूध में मिलाकर सोते समय रात को पी लें। 5 दिन में जुकाम बिलकुल ठीक हो जाएगा अथवा 1 तोला मिश्री एवं 8 दाना कालीमिर्च ताजे पानी के साथ पीसकर गरम करके चाय की तरह पीयें और 5 दिन तक स्नान न करें।

20. मंदाग्नि - अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके नींबू के रस में डालकर और नाममात्र का सेंधा नमक मिलाकर शीशे के बर्तन में रख दें। 5-7 टुकड़े नित्य भोजन के साथ सेवन करें, मंदाग्नि दूर हो जाएगी।

21. उदर विकार - अजवाइन, कालीमिर्च एवं सेंधा नमक- इन तीनों को एक में ही मिलाकर चूर्ण बना लें। ये तीनों बराबर मात्रा में होने चाहिए। इस चूर्ण को प्रतिदिन नियमित रूप से रात को सोते समय गरम जल के साथ सेवन करने से (मात्रा अठन्नीभर) सभी प्रकार के उदर रोग दूर हो जाते हैं।

22. मोटापा दूर करना - 1 नींबू का रस 1 गिलास जल में प्रतिदिन खाली पेट पीने से मोटापा दूर हो जाता है। ऐसा 3 महीने तक निरंतर करना चाहिए। गर्मी एवं बरसात के दिनों में यह प्रयोग विशेष लाभदायक होता है।

बालों के झड़ने पर नियंत्रण के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचार

यहाँ अत्यधिक बालों के झड़ने से छुटकारा पाने के 50 सबसे अच्छे प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं जो आप आसानी से घर पर कर सकते हैं।

1. एलो वेरा:

शुद्ध मुसब्बर का रस या मुसब्बर जेल सीधे खोपड़ी पर लागू किया जा सकता है। यह बालों के झड़ने के लिए प्राकृतिक उपचारों में से एक है जो संक्रमण का इलाज करेगा या आपकी खोपड़ी को शुष्क कर देगा। एलो वेरा में विटामिन ए, सी, ई और फोलिक एसिड के साथ-साथ कोलीन, बी 1, बी 2, बी 3 (नियासिन) और बी 6 शामिल हैं। यहाँ आप बालों के झड़ने के इलाज के लिए इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं।

कैसे करें और उपयोग करें:

जेल या जूस से अपने स्कैल्प की मालिश करें,
कुछ घंटों तक प्रतीक्षा करें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
बालों के झड़ने को रोकने के लिए लगभग 3 से 6 महीने तक एलो वेरा के रस के साथ त्रिफला चूर्ण का उपयोग करें।

2. नारियल का दूध:

बालों के ऊतकों को पोषण देने के लिए, नारियल का दूध सबसे अच्छा काम करता है और आपके बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है। आप सिर्फ नारियल का कद्दूकस करके और उसके दूध को निचोड़कर नारियल का दूध प्राप्त कर सकते हैं। नारियल का दूध बालों के झड़ने को नियंत्रित करने और कुल खोपड़ी को चमकाने का एक प्राकृतिक घरेलू उपचार है। इस तरह एक प्रभावी नारियल का दूध मास्क बनाएं।

कैसे करें और उपयोग करें:

एक कप नारियल का दूध, आधा कप दही, दो बड़े चम्मच कपूर का तेल मिलाएं।
बालों पर इस मिश्रण की मालिश करें और इसे लगभग 2 घंटे तक बैठने दें।
बालों को तौलिये में लपेटें और सूखने दें। मलो मत।
आधे घंटे के बाद गुनगुने पानी से धो लें।

3. गर्म तेल की मालिश:

गुनगुने तेल के साथ खोपड़ी और बालों की नियमित मालिश रक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करने में मदद करेगी। हम आपके बालों की मालिश करने के लिए नारियल तेल या तिल के तेल के उपयोग की सलाह देते हैं। कई अन्य तेल हैं जिनका उपयोग मालिश करने के लिए किया जा सकता है, विशेष रूप से जैतून, अरंडी, जोजोबा और बादाम। यह बालों के झड़ने के लिए सबसे अच्छा सरल घरेलू उपचार में से एक है और यह स्ट्रैंड द्वारा आपके बालों की त्वचा पर रक्त परिसंचरण को बढ़ाने के लिए उपयोगी हो सकता है।

कैसे करें और उपयोग करें:

अपने बालों को बीच में रखें और अच्छी तरह से कंघी करें।
ल्यूक कुछ नारियल तेल (या किसी अन्य तेल) को गर्म करता है और सीधे खोपड़ी पर कुछ डाल देता है।
इसे धीरे-धीरे रिसने दें जबकि यह अलग-अलग क्षेत्रों में बढ़ने लगता है।
अब, अपनी उंगलियों का उपयोग करते हुए, खोपड़ी पर तेल की अच्छी तरह से मालिश करें।
लगभग 20 मिनट तक मालिश करें। एक बार हो जाने के बाद, बालों को पोनी टेल की स्थिति में ले जाएं और कोमल दबाव डालें और इसे खींचें।
यह खोपड़ी को मजबूत करेगा। तेल को लगभग एक घंटे तक लगा रहने दें।
आप गर्म तेल में कुछ कपूर भी मिला सकते हैं। कपूर रूसी को ठीक करने के लिए जाना जाता है।

4. आंवला या भारतीय करौदा:

नारियल के तेल में कुछ सूखे आंवले डालें और उन्हें तब तक उबालें जब तक आपको काला तेल न मिल जाए। अगर आप इस तेल की मालिश करते हैं तो यह बहुत प्रभावी साबित होगा। आंवला में आहार फाइबर होता है और यह विटामिन सी से भरपूर होता है। कैल्शियम, प्रोटीन और आयरन की अच्छी खुराक बालों की मजबूती के लिए सहायक होती है।

कैसे करें और उपयोग करें:

आप आंवले का इस्तेमाल सिर्फ शिकाकाई के साथ पेस्ट बनाकर कर सकते हैं।
इस पेस्ट को गीले बालों में लगाएं और कुछ मिनट बाद अपने बालों को धो लें।
नोट- अगर आपके बाल सूखे हैं तो शिकाकाई से बचें।

आंवले के रस (आंवला) और निम्बू के रस को मिला कर बालों के झड़ने का इलाज किया जा सकता है। शहद के साथ मिश्रित होने पर आंवले मददगार है। यह उन महिलाओं के लिए सबसे अच्छे और सही बालों के झड़ने वाले घरेलू उपचारों में से एक है, जिनके सूखे बाल हैं।

5. नीम (भारतीय बकाइन):

नीम का पौधा बहुत फायदेमंद है और इसमें सजावटी और आवश्यक गुण हैं। नीम का एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-सेडेटिव, एंटी-डायबिटिक गुण स्वस्थ बालों के लिए आवश्यक है। नीम बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी है और बालों के झड़ने के लिए एक अद्भुत घरेलू उपचार भी है। यहाँ आप कैसे तैयार कर सकते हैं,

कैसे करें और उपयोग करें:

नीम के साथ पानी उबालें, जब तक कि पानी आधा न हो जाए।
इसे ठंडा करें और अपने बालों को धो लें। आप सप्ताह में एक बार इस घोल से अपने बालों को धो सकते हैं। यह खोपड़ी से खुजली और रूसी से बचने के लिए बालों के झड़ने के लिए सबसे अच्छा उपचार में से एक है।

6. हिबिस्कस:

हिबिस्कस एक फूल है जो आसानी से उपलब्ध है। यह फूल लाल, गुलाबी और सफेद रंग का होता है और भगवान गणेश को चढ़ाया जाता है। हिबिस्कस में पुनर्जीवित करने वाले गुण होते हैं और यह आपके बालों को पोषण देने में मददगार होता है। हिबिस्कस बालों को रूसी से बचाता है और असमय धूसर बालों का विकास करता है। यह बालों के झड़ने को रोकने में बहुत मददगार है। यह विटामिन ए, बी और सी, फॉस्फोरस और कैल्शियम, अमीनो एसिड और अन्य पोषक तत्वों जैसे खनिजों में समृद्ध है जो इसे हमारे तालों के लिए सबसे अच्छा बनाते हैं। यह बालों के अत्यधिक झड़ने का एक घरेलू उपचार है।

कैसे करें और उपयोग करें:

अपने बालों की लंबाई के आधार पर हिबिस्कस (3 या 4) पीस लें। इन्हें तब तक पीसें जब तक आपको एक गाढ़ा पेस्ट न मिल जाए।
इसे कुछ दही के साथ मिलाएं।
इसे अपने स्कैल्प और जड़ों पर लगाएं। समान रूप से अपने बालों के अंत किस्में तक लागू करें।
आप मेथी के साथ हिबिस्कस का भी उपयोग कर सकते हैं। रातभर भिगोने के बाद मेथी का पेस्ट बना लें। इसे छाछ के साथ मिलाएं और लागू करें।

7. लहसुन और प्याज:

कैसे करें और उपयोग करें:

लहसुन और प्याज दोनों ही सल्फर के समृद्ध स्रोत हैं और दोनों ही बालों के विकास में मदद करते हैं।

लहसुन को लागू करने के लिए, लहसुन को छीलें और उन्हें नारियल के तेल के साथ उबालें। इस तेल को अपने स्कैल्प में लगाएं और मालिश करें। सर्वोत्तम परिणाम देखने के लिए सप्ताह में 2 से 3 बार इस तेल से मालिश करें।

प्याज को लागू करने के लिए, आपको उन्हें बारीक रूप से काटना और रस निकालना होगा।

कैसे करें और उपयोग करें:

प्याज के रस से स्कैल्प की अच्छे से मालिश करें और माइल्ड शैम्पू से अपने बालों को धो लें।
ये दोनों बालों के झड़ने के लिए और बालों के विकास के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार हैं।
अगर प्याज को शहद के साथ मिलाया जाए तो इसे हेयर मास्क के रूप में लगाया जा सकता है।
 
घरेलू नुस्खे
हमारे घर की रसोई औषधियों का खजाना है। कई घरेलू चीजें ऐसी हैं जिनका उपयोग करके हम छोटी-मोटी हेल्थ प्रॉब्लम्स को आसानी से ठीक कर सकते हैं। बस जरूरत है तो किचन में या हमारे आसपास उपस्थित इन चीजों के गुणों व उपयोगों की सही जानकारी की। हमारे पूर्वज प्राचीन समय से ही घरेलू चीजों का उपयोग इलाज के लिए करते आए है। चलिए आज जानते हैं कुछ ऐसे ही प्राचीन समय से घरेलू नुस्खों के बारे में जो कि दोहों के रूप में हैं.....

1. मक्खन में थोड़ा सा केसर मिलाकर रोजाना लगाने से काले होंठ भी गुलाबी होने लगते हैं।

2. मुंह की बदबू से परेशान हों तो दालचीनी का टुकड़ा मुंह में रखें। मुंह की बदबू तुरंत दूर हो जाती है।

3. लहसुन के तेल में थोड़ी हींग और अजवाइन डालकर पकाकर लगाने से जोड़ों का दर्द दूर हो जाता है।

 4. लाल टमाटर और खीरा के साथ करेले का जूस लेने से मधुमेह दूर रहता है।

 5. अजवाइन को पीसकर उसका गाढ़ा लेप लगाने से सभी तरह के चमड़ी के रोग दूर हो जाते हैं।

 6. ऐलोवेरा और आंवला का जूस मिलाकर पीने से खून साफ होता है और पेट की सभी बीमारियां दूर होती हैं।

7. बीस ग्राम अांवला और एक ग्राम हल्दी मिलाकर लेने से सर्दी और कफ की तकलीफ में तुरंत आराम होता है।

8. शहद आंवले का जूस और मिश्री सभी दस - दस ग्राम मात्रा में लेकर बीस ग्राम घी के साथ मिलाकर लेने से यौवन हमेशा बना रहता है।

9. अजवाइन को पीसकर और उसमें नींबू का रस मिलाकर लगाने से फोड़े-फुंसी दूर हो जाते हैं।

10. बहती नाक से परेशान हों तो युकेलिप्टस का तेल रूमाल में डालकर सूंघे। आराम मिलेगा।

11. बीस मिलीग्राम आंवले के रस में पांच ग्राम शहद मिलाकर चाटने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।

12. रोज सुबह खाली पेट दस तुलसी के पत्तों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है।

13. यदि आप कफ से पीड़ित हों और खांसी बहुत परेशान कर रही हो तो अजवाइन की भाप लें। कफ बाहर हो जाएगा।

14. अदरक का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर लेने से सर्दी दूर हो जाती है।

15. थोड़ा सा गुड़ लेने से कई तरह के रोग दूर होते हैं, लेकिन इसे ज्यादा नहीं खाना चाहिए चाहे ये कितना ही अच्छा लगता हो।

16.  रोज खाने के बाद छाछ पीने से कोई रोग नहीं होता है और चेहरे पर लालिमा आती है।

7. छाछ में हींग, सेंधा नमक व जीरा डालकर पीने से हर तरह के रोग दूर हो जाते हैं।

18. नीम के सात पत्ते खाली पेट चबाने से डायबिटीज दूर हो जाती है।

19. 20 ग्राम गाजर के रस में 40 ग्राम आंवला रस मिलाकर पीने से ब्लड प्रेशर और दिल के रोगों में अाराम मिलता है।

20. बेसन में थोड़ा सा नींबू का रस, शहद और पानी मिलाकर लेप बनाकर लगाने से चेहरा सुंदर और आकर्षक लगता है।

21. चौलाई और पालक की सब्जी भरपूर मात्रा में खाने से जवानी हमेशा बनी रहती है।

22. शहद का सेवन करने से गले की सभी समस्याएं दूर होती हैं और आवाज मधुर होती है।

23. सर्दी लग जाए तो गुनगुना पानी पिएं। राहत मिल जाएगी।

24. छाछ में पांच ग्राम अजवाइन का चूर्ण मिलाकर लेने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

25. सुबह- शाम खाली पेट जामुन की गुठली का रस पीने से डायबिटीज में आराम मिलता है।

26. पित्त बढ़ने पर घृतकुमारी और आंवले का रस मिलाकर पिएं। राहत मिलेगी।

27. दालचीनी का पाउडर पानी के साथ लेने पर दस्त में आराम हो जाता है।

28. गुड़ में थोड़ी अजवाइन मिलाकर लेने से एसिडिटी में राहत मिलती है।

भारत माता की जय 🇮🇳
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः
 
 
 

अपने पैरों के तलवों में तेल लगाने से क्या फायदा होता है?

 1।  एक महिला ने लिखा कि मेरे दादा का 87 साल की उम्र में निधन हो गया, पीठ में दर्द नहीं, जोड़ों का दर्द नहीं, सिरदर्द नहीं, दांतों का नुकसान...