आयुर्वेद-मंत्रणा
दिनचर्या
दैनिक आहार विहार एवं चेष्टा
🇮🇹प्रात:काल की दिनचर्या
ब्रम्ह मुहूर्त में सूर्य उदय से पहले उठें।
८अन्जुली पीतल पात्र में
रखा जल पीएं
🇮🇹 ईश्वर का भजन कीर्तन स्मरण करते हुए
दिन चर्या शुरू करें।
🇮🇹 शौच करने जाय
पेट साफ रहे,कब्ज न
हो।
🇮🇹 शारीरिक स्वास्थ्य के लिए घूमने जाएं
व्यायाम करें।
🇮🇹 शरीर की मालिश
सरसों तेल में मेथी अजवाइन को गर्म कर
मालिश करें।
🇮🇹 रगड़ कर स्नानकरें
🇮🇹पूजा,पाठ,ध्यान
प्राणायाम , मेडिटेशन करें।
🇮🇹 भक्ति संगीत सुने
सुबह का नाश्ता:
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🇮🇹 नाश्ते का समय
सुनिश्चित करें।
🇮🇹 अंकुरित अनाज -
चना , मूंग की दाल अन्य
एक प्लेट ले
🇮🇹 फल सेब पपीता आंवला मुरब्बा मौसंबी लें।
🇮🇹 सलाद लें।
🇮🇹 गौदुग्ध +हल्दी पाउडर, बीना चीनी पीएं
🇮🇹 पनीर/अखरोट
सुखे मेवा/बादाम आदि
लें।
अपथ्य
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चाय-काफी/की जगह
ग्रीन/हर्बल टी लें।
🇮🇹 रोटी सब्जी/पूरी
परांठा/तला भुना /ब्रेड
न खाएं/त्याग दें /
🇮🇹छक कर ना खाएं।
।। दिन का भोजन।।
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सुनिश्चित समय में ही
भोजन करें
🇮🇹 भोजन के ३०मिनट
पहले और बाद में खूब
जल का सेवन करें।
🇮🇹 रिफाइंड तेल त्याग कर, सरसों तेल/आलिव
आयल/देशी घी सेवन करें।
🇮🇹 अलसी+चना आंटा+
गेहूं का आटा की रोटी
कुरकुरी करके मात्र २ या३रोटी, खूब चबा-चबाकर खाएं।
🇮🇹छक कर ना खाएं।
🇮🇹दाल मूंग की श्रेष्ठ
🇮🇹हरी सब्जियां लें
🇮🇹 मट्ठा पीएं
🇮🇹 गुड़ और घी मिलाकर खाएं (शूगर के
रोगी मीठा नहीं ले)
🇮🇹 भोजन के बाद मूत्र
त्यागने जरूर जाएं।
🇮🇹 बाएं करवट ले कर विश्राम करें।
🇮🇹 दिन में ना सोएं।
सायं काल में स्वलपाहार
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सायं भुना हुआ चना लें।
🇮🇹फल , मेवा बादाम आदि ले।
🇮🇹ग्रीन हर्बल टी लें।
रात का भोजन:
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🇮🇹 यदि आप आजीवन
स्वस्थय रहना चाहते हैं तो
निश्चय समय में/ सूर्य
अस्त के पूर्व हल्का ,सुबह की तरह सुपाच्य भोजन करें।
🇮🇹 रोटी / चावल/दही
रात में सेवन न करें।
🇮🇹 दलिया/खीर/सलाद
मूंग की दाल/लैकी /परवल की सब्जी खाने में
ले।🇮🇹छक कर ना खाएं
आहार विहार एवं चेष्टा की विशद जानकारी के
लिए पढ़ें "निरोगधाम"
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मानसिक स्वास्थ्य के लिए
सूत्रों
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🇮🇹 मानसिक स्वास्थ्य
हमारे शारीरिक स्वास्थ्य की आधारशिला है।
🇮🇹मन :
सरल स्वभाव, तनाव रहित मन। संयमित
चिंतन।
शरीर को चाहिए
🇮🇹 सादा , ताजा,शाकाहारी
भोजन।
🇮🇹 मांस/अण्डा/शराब
नशा त्याग दें।
🇮🇹नियम, संतोष,मनोनिग्रह का
तत्परता से पालन करें।
🇮🇹 सहनशीलता,
निरभिकता/अन्तरमुखता
धैर्यता/मधुरता/हर्षित
मुखता/पवित्रता/ब्रम्चर्य
एकाग्रता जैसे दिव्य
सद्गुण जीवन में अपनाएं और जीवन शैली बदले।
शांत चित्त रखें , पल
पर ईश्वर का ध्यान करें।
हे! राम हे!राम जपो।
🇮🇹 श्रद्धा-सबूरी महामंत्र है।
🇮🇹 स्वास्थय के तीन
उपस्तम्भ है
आहार
स्वपन (निंद्रा)
और ब्रम्हचर्य।
🇮🇹 एकाग्रचित्त रहे
🇮🇹 प्रशन्नचित रहे
🇮🇹 सहज शांत रहे।।
🇮🇹 जो ईश्वर की प्रदत्त
नि: शुल्क है
नींद
शान्ती
आन्नद
हवा
पानी
और सबसे कीमती
🇮🇹 हमारी सांसें
सहेजें इन्हें।
!! आयुर्वेद-मंत्रणा!!
हेल्थ-टिप्स
☝☝☝☝☝☝🚩 दूध में थोड़ा हल्दी या फिर दालचीनी पाउडर मिलाकर लें। चमत्कारी उपाय है।
🚩 लहसुन की कलियां पीसकर , शहद मिलाकर सेवन करें।
हृदय रोग से मुक्ति पाएं।
🚩सेब एक प्रतिदिन खाय। सौ साल जीएं
🚩 तीन छुहारे को सोते समय खाएं, नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाएं
🚩 आंवला कच्चा ३
प्रतिदिन खाएं, विटामिन सी भरपूर पाएं
🚩 रोटी में अलसी का आटा मिलाकर खाएं।
🚩 रिफाइंड तेल का इस्तेमाल बंद कर दें,
शुद्ध देसी घी, सरसों का तेल स्तेमाल करें।
ॐ शान्ति ।शान्ति शान्ति