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शनिवार, 5 दिसंबर 2020

#सेक्स, #Sex इनसे मिलती है #शरीर को गर्मी These 8 things, they provide #bodyheat #Sexfood



 ये 8 चीजें, इनसे मिलती है शरीर को गर्मी
 ठंड के मौसम में सर्दी के असर से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन शरीर को चाहे कितने ही गर्म कपड़ों से ढक लिया जाए ठंड से लड़ने के लिए बॉडी में अंदरूनी गर्मी होनी चाहिए। शरीर में यदि अंदर से खुद को मौसम के हिसाब से ढालने की क्षमता हो तो ठंड कम लगेगी और कई बीमारियां भी नहीं होंगी। यही कारण है कि ठंड में खानपान पर विशेष रूप से ध्यान देने को आयुर्वेद में बहुत महत्व दिया गया है। सर्दियों में यदि खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए तो शरीर संतुलित रहता है और सर्दी कम लगती है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में जानिए कुछ ऐसे ही खाने की चीजों के बारे में
1. बाजरा
कुछ अनाज शरीर को सबसे ज्यादा गर्मी देते है। बाजरा एक ऐसा ही अनाज है। सर्दी के दिनों में बाजरे की रोटी बनाकर खाएं। छोटे बच्चों को बाजरा की रोटी जरूर खाना चाहिए। इसमें कई स्वास्थ्यवर्धक गुण भी होते है। दूसरे अनाजों की अपेक्षा बाजरा में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है। इसमें वह सभी गुण होते हैं, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। ग्रामीण इलाकों में बाजरा से बनी रोटी व टिक्की को सबसे ज्यादा जाड़ो में पसंद किया जाता है। बाजरा में शरीर के लिए आवश्यक तत्व जैसे मैग्नीशियम,कैल्शियम,मैग्नीज, ट्रिप्टोफेन, फाइबर, विटामिन- बी, एंटीऑक्सीडेंट आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
2. बादाम
बादाम कई गुणों से भरपूर होते हैं। इसका नियमित सेवन अनेक बीमारियों से बचाव में मददगार है।अक्सर माना जाता है कि बादाम खाने से याददाश्त बढ़ती है, लेकिन यह ड्राय फ्रूट अन्य कई रोगों से हमारी रक्षा भी करता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है, जो सर्दियों में सबसे बड़ी दिक्कत होती है। बादाम में डायबिटीज को निंयत्रित करने का गुण होता है। इसमें विटामिन - ई भरपूर मात्रा में होता है।
3. अदरक
क्या आप जानते हैं कि रोजाना के खाने में अदरक शामिल कर बहुत सी छोटी-बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है। सर्दियों में इसका किसी भी तरह से सेवन करने पर बहुत लाभ मिलता हैै। इससे शरीर को गर्मी मिलती है और डाइजेशन भी सही रहता है।
4. शहद
शरीर को स्वस्थ, निरोग और उर्जावान बनाए रखने के लिए शहद को आयुर्वेद में अमृत भी कहा गया है। यूं तो सभी मौसमों में शहद का सेवन लाभकारी है, लेकिन सर्दियों में तो शहद का उपयोग विशेष लाभकारी होता है। इन दिनों में अपने भोजन में शहद को जरूर शामिल करें। इससे पाचन क्रिया में सुधार होगा और इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ेगा।
5. रसीले फल न खाएं
सर्दियों के दिनों में रसीले फलों का सेवन न करें। संतरा, रसभरी या मौसमी आपके शरीर को ठंडक देते है। जिससे आपको सर्दी या जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
6. मूंगफली
100 ग्राम मूंगफली के भीतर ये तत्व मौजूद होते हैं: प्रोटीन- 25.3 ग्राम, नमी- 3 ग्राम, फैट्स- 40.1 ग्राम, मिनरल्स- 2.4 ग्राम, फाइबर- 3.1 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट- 26.1 ग्राम, ऊर्जा- 567 कैलोरी, कैल्शियम - 90 मिलीग्राम, फॉस्फोरस 350 मिलीग्राम, आयरन-2.5 मिलीग्राम, कैरोटीन- 37 मिलीग्राम, थाइमिन- 0.90 मिलीग्राम, फोलिक एसिड- 20मिलीग्राम। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, मिनिरल्स आदि तत्व इसे बेहद फायदेमंद बनाते हैं। यकीनन इसके गुणों को जानने के बाद आप कम से कम इस सर्दियों में मूंगफली से टाइमपास करने का टाइम तो निकाल ही लेंगे।
7. सब्जियां
अपनी खुराक में हरी सब्जियों का सेवन करें। सब्जियां, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और गर्मी प्रदान करती है। सर्दियों के दिनों में मेथी, गाजर, चुकंदर, पालक, लहसुन बथुआ आदि का सेवन करें। इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
8. तिल
सर्दियों के मौसम में तिल खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। तिल के तेल की मालिश करने से ठंड से बचाव होता है। तिल और मिश्री का काढ़ा बनाकर खांसी में पीने से जमा हुआ कफ निकल जाता है। तिल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे, प्रोटीन, कैल्शियम, बी कॉम्प्लेक्स और कार्बोहाइट्रेड आदि। प्राचीन समय से खूबसूरती बनाए रखने के लिए तिल का उपयोग किया जाता रहा है।

बथुवा को अंग्रेजी में (Lamb's Quarters) कहा जाता है तथा इसका वैज्ञानिक नाम (Chenopodium album) है।

साग और रायता बना कर बथुवा अनादि काल से खाया जाता  रहा है, लेकिन क्या आपको पता है कि विश्व की सबसे पुरानी महल बनाने की पुस्तक शिल्प शास्त्र में लिखा है कि हमारे बुजुर्ग अपने घरों को हरा रंग करने के लिए प्लस्तर में बथुवा मिलाते थे और हमारी बुढ़ियां सिर से पपड़ी व फांस (डैंड्रफ) साफ करने के लिए बथुवै के पानी से बाल धोया करती थीं।
बथुवा गुणों की खान है और भारत में ऐसी ऐसी ऐसी जड़ी बूटियां हैं तभी तो मेरा भारत महान है।

बथुवै में क्या क्या है?? मतलब कौन कौन से विटामिन और मिनरल्स??

बथुवा विटामिन B1, B2, B3, B5, B6, B9 और विटामिन C से भरपूर है तथा बथुवे में कैल्शियम,लोहा, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटाशियम, सोडियम व जिंक आदि मिनरल्स हैं। 100 ग्राम कच्चे बथुवे यानि पत्तों में 7.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4.2 ग्राम प्रोटीन व 4 ग्राम पोषक रेशे होते हैं। कुल मिलाकर 43  Kcal होती है।*

जब बथुवा शीत (मट्ठा, लस्सी) या दही में मिला दिया जाता है तो यह किसी भी मांसाहार से ज्यादा प्रोटीन वाला व किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ से ज्यादा सुपाच्य व पौष्टिक आहार बन जाता है और साथ में बाजरे या मक्का की रोटी, मक्खन व गुड़ की डली हो तो इस खाने के लिए देवता भी तरसते हैं।

जब हम बीमार होते हैं तो आजकल डॉक्टर सबसे पहले विटामिन की गोली ही खाने की सलाह देते हैं ना ? गर्भवती महिला को खासतौर पर विटामिन बी, सी व आयरन की गोली बताई जाती है और बथुवे में वो सब कुछ है ही, कहने का मतलब है कि बथुवा पहलवानो से लेकर गर्भवती महिलाओं तक, बच्चों से लेकर बूढों तक, सबके लिए अमृत समान है।

यह साग प्रतिदिन खाने से गुर्दों में पथरी नहीं होती। बथुआ आमाशय को बलवान बनाता है, गर्मी से बढ़े हुए यकृत को ठीक करता है। बथुए के साग का सही मात्रा में सेवन किया जाए तो निरोग रहने के लिए सबसे उत्तम औषधि है। बथुए का सेवन कम से कम मसाले डालकर करें। नमक न मिलाएँ तो अच्छा है, यदि स्वाद के लिए मिलाना पड़े तो काला नमक मिलाएँ और देशी  गाय   के घी से छौंक लगाएँ। बथुए का उबाला हुआ पानी अच्छा लगता है तथा दही में बनाया हुआ रायता स्वादिष्ट होता है। किसी भी तरह बथुआ नित्य सेवन करें। बथुवै में  जिंक होता है जो कि शुक्राणुवर्धक है मतलब किसै भाई कै जिस्मानी कमजोरी हो तै उसनै बी दूर कर देता है बथुवा।

बथुवा कब्ज दूर करता है और अगर *पेट साफ रहेगा तो कोई भी बीमारी के शरीर में लगेगी ही नहीं,

कहने का मतलब है कि जब तक इस मौसम में बथुए का साग मिलता रहे, नित्य इसकी सब्जी खाएँ। बथुए का रस, उबाला हुआ पानी पीएँ और तो और यह खराब लीवर को भी ठीक कर देता है।
इसके किसी भी प्रकार से प्रयोग करने से,वात रोग अर्थात,गैस बनना, सर्वाइकल,फ्रोजन शोल्डर,मांसपेशियों का दर्द भी निश्चय ही ठीक होता है।

पथरी हो तो एक कप कच्चे बथुए के रस में शक्कर मिलाकर नित्य पिएँ तो पथरी घुल कर बाहर निकल आएगी।

मासिक धर्म रुका हुआ हो तो दो चम्मच बथुए के बीज एक गिलास पानी में उबालें। आधा रहने पर छानकर पी जाएँ। मासिक धर्म खुलकर साफ आएगा। आँखों में सूजन, लाली हो तो प्रतिदिन बथुए की सब्जी खाएँ।

पेशाब के रोगी बथुआ आधा किलो, पानी तीन गिलास, दोनों को उबालें और फिर पानी छान लें । बथुए को निचोड़कर पानी निकालकर यह भी छाने हुए पानी में मिला लें। स्वाद के लिए नींबू, जीरा, जरा सी काली मिर्च और काला नमक लें और पी जाएँ।

आप ने अपने दादा दादी से ये कहते जरूर सुना होगा कि हमने तो सारी उम्र अंग्रेजी दवा की एक गोली भी नहीं ली। उनके स्वास्थ्य व ताकत का राज यही बथुवा ही है।

मकान को रंगने से लेकर खाने व दवाई तक बथुवा काम आता है।

लेकिन अफसोस, किसान ये बातें भूलते जा रहे हैं और इस दिव्य पौधे को नष्ट करने के लिए अपने अपने खेतों में जहर डालते हैं।

तथाकथित कृषि वैज्ञानिकों (अंग्रेज व काले अंग्रेज) ने बथुवै को भी कोंधरा, चौलाई, सांठी, भाँखड़ी आदि सैकड़ों आयुर्वेदिक औषधियों को खरपतवार की श्रेणी में डाल दिया और हम भारतीय चूं भी ना कर पाये।

रोग से बचने के लिए
१. कैल्शियम की कमी के लिए भोजन के बाद जीरा, तिल व कढ़ी पत्ता खाये।
२. हार्टअटैक से बचने के लिए अदरक, लहसुन, पीपल पत्ते या अर्जुनारिष्ट लें।
३. बवासीर से बचने के लिए खाली पेट भूपत्री बूटी या पत्थरचट्टा लें।
४. किडनी को बचाने के लिए हरा धनिया खाये।
५. लीवर को बचाने के लिए भूमि आँवला लें।
६. पित्त प्रकोप से बचने के लिए सुबह - शाम आँवला, मिश्री पियें।
७. बालों को बचाने के लिए प्रतिदिन वट जटाएँ, अमरबेल, आँवला, कलौंजी को नारियल तेल में मिलाकर सिर पर लगाये, नाभि में घी लगाये। शैम्पू छोड़े।
८. दाँतों को बचाने के लिए ब्रश, ठंडे पानी छोड़े, अंगुलियों से सरसों तेल, अकरकरा राख, नमक, हल्दी, का मंजन करे।
९. डायबिटीज से बचने के लिए तनावमुक्त, 45 मिनट व्यायाम, 8 घंटे की नींद, व शुद्ध गुड़ खाते रहे।
१०. वेरिकोज, अनिद्रा से बचने के लिए प्रतिदिन तेल मालिश, भोजन बाद अश्वगंधा रिष्ट लें।
११. लकवा से बचने के सोडियम, रात को पानी पीकर सोये।
१२. कैंसर से बचने के लिए सप्ताह में एक उपवास करें व रोज़ाना कढ़ीपत्ते का रस पीते रहें।
१३. जीवन् जीने के लिए प्रातः संगीत गुनगुनाये, ३४० बार ताली बचाये, ११ बार ठहाका लगाये।

 ये 8 चीजें, इनसे मिलती है #शरीर को गर्मी These 8 things, they provide #bodyheat #Sexfood

 

*स्वप्नदोष के घरेलु उपाय जाने *

स्वप्नदोष रोकने के घरेलू उपाय कुछ इस प्रकार हैं –
*1. स्वप्नदोष की समस्या दूर करने के लिए अनार -*
 *सामग्री –*
               *1.* अनार।
               *2.* शहद।
*विधि –*
आप रोज़ एक अनार खा सकते हैं।
इसके अलावा सूरज के सामने दो से तीन दिन के लिए अनार के छिलके को सूखाने के लिए रख दें।
फिर उन्हें मिक्सर में मिक्स कर लें, जिससे उनका पाउडर तैयार हो सके।
अब एक चम्मच अनार के छिलके के पाउडर को कुछ मात्रा में शहद के साथ मिला लें।
मिलाने के बाद इसे पीयें।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
आप इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार खाएं। तब तक खाएं जब तक ये समस्या ठीक नहीं हो जाती।
*फायदे –*
अनार में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और इससे रक्त परिसंचरण को बढ़ावा मिलता है। स्वस्थ रक्त परिसंचरण बढ़ने से ये उत्तेजना को सक्रीय करता है। अगर अनार के छिलके किसी भी तरह से अपना असर नहीं दिखा रहे, तो रोज़ अनार का जूस पीयें या फल को खाने की कोशिश करें। इस तरह अनार को एक या दो महीने तक खाएं और इस तरह आपको स्वप्नदोष की समस्या से निजात मिल जाएगा।
*2. स्वप्नदोष से बचने के लिए लहसुन -*
 *सामग्री –*
              *1.* दो से तीन लहसुन की फांकें।
*विधि –*
सबसे पहले दो से तीन लहसुन की फांके लें और फिर इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
फिर इन्हे चबाएं और चबाने के बाद एक ग्लास पानी पी लें।
इसके अलावा आप लहसुन को खाने में भी डालकर खा सकते हैं।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
रात को सोने से पहले इसका सेवन रोज़ करें।
*फायदे –*
लहसुन में एलिसिन होता है और ये जननांग तक रक्त प्रवाह को सुधारता है। साथ ही इससे वीर्य का रिसाव रुकता है और स्वप्नदोष से बचाव होता है।
*3. स्वप्नदोष से बचाव के लिए प्याज -*
 *सामग्री –*
               *1.* प्याज का जूस।
               *2.* शहद।
*विधि –*
सबसे पहले एक छोटी प्याज लें और उसका जूस निकाल लें।
अब जूस में कुछ मात्रा में शहद डाल दें।
मिश्रण को अच्छे से चला लें और चलाने के बाद फिर पी लें।
आप प्याज को खाना बनाने के साथ-साथ सलाद या सैंडविच में भी डालकर खा सकते हैं।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
स्वप्नदोष की समस्या खत्म करने के लिए इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार पीयें।
*फायदे –*
प्याज को कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए जाना जाता है जैसे झड़ते बाल, कफ आदि। इसके साथ ही ये स्वप्नदोष के लिए भी बहुत ही बेहतरीन घरेलू उपाय है। प्याज कई बीमारियों से निजात दिलाने में मदद करती है।
*4. स्वप्नदोष से बचने के लिए केले और दूध -*
 *सामग्री –*
              *1.* दो केला।
              *2.* गर्म दूध।
*विधि –*
सबसे पहले नाश्ते में दो केले को छीलें। फिर उन्हें खा लें।
अब एक ग्लास गर्म दूध पी लें।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
दूध और केले के मिश्रण को रोज़ाना सुबह खाएं।
*फायदे –*
केला और दूध इस समस्या के लिए बेहद पुराना घरेलू उपाय है जो बेहद प्रभावी भी है। इससे उत्तेजना की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही पुरुषों का लिंग भी मजबूत होगा।
*5. स्वप्नदोष से छुटकारा पाने के लिए आंवला -*
 *सामग्री –*
               *1.* एक या दो आंवला।
*विधि –*
आप एक ग्लास आंवला के जूस को भी पी सकते हैं। साथ ही आंवला के जूस में हल्दी और शहद भी मिला सकते हैं।
इसके अलावा, रात को सोने से पहले आंवला के पाउडर को एक ग्लास पानी में मिला लें।
फिर इस मिश्रण को पीयें।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
आंवला के जूस और पाउडर को पूरे दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।
*फायदे –*
आंवला पूरे स्वास्थ के लिए प्रभावी घरेलू उपाय माना जाता है। इससे स्वप्नदोष की समस्या भी तेज़ी से खत्म होती है। अगर आप आंवला का इस्तेमाल रोज़ करेंगे तो इससे आपकी स्वप्नदोष की समस्या रातो-रात खत्म हो जाएगी।
*6. स्वप्नदोष की समस्या खत्म करने के लिए बादाम दूध -*
 *सामग्री –*
               *1.* 6-7 बादाम।
               *2.* गर्म दूध।
               *3.* शहद।
*विधि –*
रात को सोने से पेहले गर्म-गर्म दूध ज़रूर पियें इससे स्वप्नदोष की परेशानी दूर हो जाएगी।
इसके अलावा आप 6-7 बादाम को रातभर के लिए पानी में भिगों के रख दें।
फिर सुबह बादाम के छिलके उतारे और उनको मिक्सर में मिक्स कर लें, जिससे एक पेस्ट तैयार हो सके।
अब एक चम्मच इस पेस्ट को एक ग्लास गर्म दूध में डालें साथ ही कुछ मात्रा में शहद भी मिलाएं।
अब इस मिश्रण को अच्छे से चलाने के बाद पी जाएँ।
*इसका इस्तेमाल कब तक करें –*
रात को सोने से आधा घंटा पहले बादाम के दूध को रोज़ाना पियें।
*फायदे –*
बादाम के दूध में फायदेमंद खनिज जैसे पोटेशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, विटामिन जैसे विटामिन ई और एन्टिओक्सीडेंट होते हैं जो उत्तेजना को तो सक्रीय करते ही है साथ ही शरीर को मजबूत और स्वस्थ भी बनाते हैं।

 


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