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बुधवार, 6 जून 2018

मुंह में छाले (Mouth Ulcer) मुंह के छालों से परेशान हैं? घरेलू उपाय


☘️ मुंह में छाले होने पर ये चीजें खाएं, मिलेगी राहत


मुंह में छाले हो जाने की समस्या बेहद आम है और हम सभी को अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है.

 इसका कारण -
● हमारा खान-पान और पेट की खराबी.
● कब्ज या पेट में गर्मी होना.
● धूम्रपान की बढ़ती आदत.
● ये किसी बीमारी के कारण भी हो सकते हैं.

 इस बात पर ध्यान दें
इस स्थिति में जरूरी होता है कि हम सही खान-पान को चुनें. ताकि मुंह के छालों से परेशानी भी ना हो और पोषण की कमी के कारण कमजोरी भी ना आए.

 ये चीजें खाने से करें परहेज
● मसालेदार और डीप फ्राइड तीखा खाना खाने से परहेज करें.
● चिप्स और नमकीन जैसी चीजें ना खाएं.
● कोशिश करें कि मुंह ठीक होने तक आलू से बनी चीजें ना खाएं.

 क्या पीना है और क्या नहीं!
● जलजीरा पानी या कॉक जैसे पेयपदार्थ लेंगे तो इनसे छालों में तेज जलन या चुभन हो सकती है.
● आपको बहुत खट्टी चीजें ट्राई करने से बचना चाहिए.
● आप मीठी छाछ और लस्सी पी सकते हैं. इनसे लाभ होगा.

 इन्हें खाने से लाभ होगा
● ठंडा दूध पिएं.
● मुंह में छाले होने पर फाइबर युक्त भोजन करें.
● दलिया जरूर खाएं. नमकीन दलिया खाने में समस्या हो तो मीठा (दूध में बना) दलिया खाएं.
● हल्के नमक वाली पतली खिचड़ी या ताहिरी खाएं.

 मिलेगी ठंडक
● रात को पानी में भिगोकर रखे गए छुआरे खाएं.
● बेल और आंवले का मुरब्बा खाएं. इन चीजों से पेट में ठंडक बढ़ेगी.

वंदे मातरम 🇮🇳
स्वस्थ और सबल भारत



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यूं तो मुंह में छाले (Mouth Ulcer) होना आम सी बात है लेकिन पेट की गड़बड़ी के कारण भी मुंह और जीभ पर छाले की समयस्या हो सकती है। अगर समय रहते इनका इलाज न किया जाए तो इससे परेशानी और बढ़ जाती है और कुछ भी खाने-पीने में दिक्कत आने लगती है। इससे छुटाकारा पाने के लिए मार्कीट से दवाइयां (Medicine) तो बहुत मिलती है लेकिन कई बार दवाइयों से भी आराम नहीं मिल पाता है। अगर ऐसे में कुछ घऱेलू तरीके (Home Remedies) अपनाकर देखे जाए तो शायद आप मुंह और जीभ के छालों से राहत पा सकते है। हम आपको मुंह और जीभ के छालों से राहत दिलाने वाले असरदार नुस्खों के बारे में बताएंगे।
मुँह के छाले प्रायः पेट की गड़बड़ी से होते हैं। ये छाले कभी जीभ  की नोक पर तो कभी पूरी जाभ पर निकलते हैं।  छाले के कारण मुँह में बार बार पानी आने लगता है।  इन छालों  में जलन तथा दर्द होता है। होठों पर भी छाले आ जाते हैं। मुह के छाले हो रहे है इसका सीधा सा मतलब है कि पेट आपका साफ नहीं हो रहा है और बड़ी आंत  आपकी कचरे से भरी हुई है. उसके लिए एक सबसे आसान उपाय है कि सुबह उठते हीगर्म पानी को घुट घुट करके पिए.ठंडा या फ्रिज का पानी कभी न पियें। जैसे ही बड़ी आंत साफ हो जाएगी छाले कभी नहीं होंगे.
और अगर आपको इससे भी आराम नहीं मिल रहा है तो आपको एक होम्योपैथिक दवा का नाम बता देते है जो आपको होम्योपैथिक की दुकान से मिल जाएगी जो बड़ी आंत को बहुत जल्दी साफ़ करती है. उस दवा का नाम है Borax जी हां Borax. ये दवा स्वागा से बनाई गई है जो पेट साफ करने में सबसे तीव्र काम करता है. इसकी आप 30  या 200 पोटेंसी में सिर्फ 3 ही खुराक लेंगे तो आपकी बड़ी आंत साफ हो जाएगी. पानी जो करेगा वो धीरे धीरे करेगा लेकिन ले दवा फ़ास्ट काम करती है. भागवट जी कहते है कि फ़ास्ट के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए क्योकि जो बीमारी धीरे धीरे आई है वो धीरे -2 ही जाएगी

*घरेलू उपाय*


1- हल्दी : हल्दी काफी गुणकारी होती है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर मिक्स कर लें और इस पानी से गरारे करें। दिन में 2-3 बार इस तरह करने से मुंह के छालों से राहत मिलेगी।

2- देसी घी : अगर आप मुंह और जीभ के छालों से कुछ ज्यादा ही परेशान है तो रात को सोने से पहले शुद्ध देसी घी को छालों पर लगा लें। सुबह तक छाले गायब हो जाएगे।
3- नमक : एक गिलास पानी में थोड़ा सा नमक डालकर इससे कुल्ला करें। दिन में 1-2 बार लगातार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
4- शहद : शहद को भी मुंह और जीभ के छाले दूर करने में कारगार माना जाता है। दिन में 3-4 बार छालों पर शहद लगाएं। इससे काफी राहत मिलेगी।
5- बर्फ : बर्फ का इस्तेमाल करके भी मुंह के छालों से राहत पाई जा सकती है। बर्फ को छालों पर रगड़े। दिन में ऐसा 4-5 बार करें।

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*घरेलू चिकित्सा ज्ञान*


 *शरीर शुद्धिकर फल – नींबू* 
 *नींबू अनुष्ण अर्थात न अति उष्ण है, न अति शीत | यह उत्तम जठराग्निवर्धक, पित्त व वातशामक, रक्त, ह्रदय व यकृत की शुद्धि करनेवाला, कृमिनाशक तथा पेट के लिए हितकारी है | ह्रदयरोगों को ठीक करने में यह अंगूर से भी अधिक गुणकारी सिद्ध हुआ है | इसमें प्रचुर मात्रा में उपलब्ध विटामिन ‘सी’ शरीर की रोगप्रतिकारक शक्ति को बढाता है |*

 *आधुनिक खानपान, मानसिक तनाव एवं प्रदूषित वातावरण से शरीर में सामान्य मात्रा से कहीं अधिक अमल (एसिड) उत्पन्न होता है, जिसके शरीर पर होनेवाले परिणाम अत्यंत घातक हैं | यह अतिरिक्त अमल कोशिकाओं को क्षति पहुँचाकर अकाल वार्धक्य व धातुक्षयजन्य रोग (degenerative diseases) उत्पन्न करता है |*

 *नींबू स्वाद में अम्ल है परंतु पाचन के उपरांत इसका प्रभाव मधुर हो जाता है | यह माधुर्य अम्लता को आसानी से नष्ट कर देता है | एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू व २५ तुलसी के पत्तों का रस मिला के हफ्ते में २ से ४ दिन पीने से शरीर में संचित विषाक्त द्रव्य, हानिकारक जीवाणु व अतिरिक्त चर्बी नष्ट होकर कई गम्भीर रोगों से रक्षा होती है |*

➡ * ‘कुछ दिन ही नींबू का सेवन रक्त को शुद्ध करने में अत्यधिक मदद करता है | शुद्ध रक्त शरीर को खूब स्फूर्ति व मांसपेशियों को नयी ताकत देता है |’*

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 *औषधीय प्रयोग* 

 *१) अम्लपित्त (एसिडिटी) : नींबू-पानी में मिश्री व सेंधा नमक मिला के पीने से अम्लपित्त में राहत मिलती है | रोग पुराना हो तो गुनगुने पानी में १ नींबू निचोड़कर सुबह खाली पेट कुछ दिनों तक नियमित लेना चाहिए |*

 *२) पेट की गड़बड़ियाँ : भोजन से पूर्व नींबू, अदरक व सेंधा नमक का उपयोग अरुचि, भूख की कमी, गैस, कब्ज, उलटी व पेटदर्द में लाभदायी है |*

 *३) यूरिक एसिड की वृद्धि : राजमा, उड़द, पनीर जैसे अधिक प्रोटीनयुक्त पदार्थो का अति सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे जोड़ों में खासकर एडी में दर्द होने लगता है | सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू का रस लेने से यह यूरिक एसिड पेशाब के द्वारा निकल जाता है | इसमें नींबू की आधी मात्रा में अदरक का रस मिलाना विशेष लाभदायी है |*

 *४) मुँह के रोग : नींबू मुँह में कीटाणुओं की वृद्धि को रोकता है | भोजन के बाद नींबू-पानी से कुल्ला करने से मुँह की दुर्गंध ठीक हो जाती है |*

 *विटामिन ‘सी’ की कमी से होनेवाले स्कर्वी रोग में मसूड़ों से खून आने लगता है, दाँत हिलने लगते हैं | कुछ दिनों तक नींबू के सेवन से व एक नींबू के रस को एक कटोरी पानी में मिलाकर कुल्ले करने से इसमें लाभ होता है नींबू का छिलका मसूड़ों पर घिसने से मसूड़ों से मवाद आना बंद हो जाता है |*

 *५) पेशाब की जलन : मिश्रीयुक्त नींबू-पानी उपयुक्त है |*

 *६) हैजा : नींबू का रस हैजे के कीटाणुओं को शीघ्रता से नष्ट करता है |*

 *उपवास के दिन गुनगुने पानी में नींबू का रस व शहद मिलाके पीने से शरीर की शुद्धि होकर स्फूर्ति आती है |*
➡ *रस की मात्रा : ५ से १० मि. ली.*

मुंह के छालों से परेशान हैं? तो अपनाएं ये आसान से घरेलू उपाय

1) नीम के पत्ते उबाल लें। इसमें लहसुन के रस की चार-पांच बूंद डालकर इससे गरारे करने चाहिए।

2) छाछ से गरारे करने पर भी मुंह के छाले ठीक होते हैं।

3) चमेली और अमरूद के 5-5 पत्ते लेकर थोड़ी देर तक मुंह में धीरे-धीरे चबाएं। थोड़ी देर बाद पानी बाहर निकाल दें। ऐसा करने से भी मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।

4) मौलसरी के काढ़े में एक चुटकी फुलाई हुई फिटकरी डालकर मिला लें। इस मिश्रण के कुल्ले करने से मुंह के छालों में आराम आता है।

5) गूलर की छाल में फिटकरी डालकर कुल्ले करने चाहिए।

6) बबूल की छाल के काढ़े से कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।

7) मुलहठी के गरारे भी रोग में फायदा पहुंचाते हैं।

8) मुंह में लौंग का तेल लगाना चाहिए।

9) सुहागे को तवे पर फुला कर व पीसकर थोड़े से शहद में मिला लें। इस मिश्रण को छालों पर दिन में तीन-चार बार लगाएं। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।

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