✍-नशा एक अभिशाप है
*क्या आप भी अन्तंराष्ट्रीय विकराल समस्या जैसे:-शराब, गांजा,भाग,अफीम,सिगरेट चरस,तम्बाकू,जैसी विकराल समस्या की चपेट मे तो नही है ओर जो सालों से परेशान हे तो आप अब परेशान ना हो आयुर्वेद मे इसको जड़ से समाप्त करने का रामबाण ईलाज हे जो संजीवनी आयुर्वेदीक द्वारा पुणतॅया सफल हे आप मेरे इस लेख को पुरा जरूर पढे*।
➡नशा क्या है।- नशा अब एक अन्तराष्ट्रीय विकराल समस्या बन गई है।यह एक ऐसी बुराई हे जिसमे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मोत का शिकार हो जाता है।नशे के लिए समाज मेशराब,गुटखा,चरस,कोकीन,अफीम,गांजा,भांग ओर धूम्रपान (स्मैक) ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक दवाओं ओर प्रदार्थो का उपयोग कीया जाता है।ईन जहरीले नशीले प्रदार्थो के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक मानसिक वह आर्थिक हानि पहुँचने के साथ ही इसमे सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित होता है.इसे स्वयं व्यक्ति ओर साथ ही परिवार की सामाजिक स्थित को भी भारी नुकसान पहुँचता है।नशे के आदी व्यक्ति को समाज मे हेय की दृष्टिा से देखा जाता है।उसकी समाज वह राष्ट्र के प्रति उपादेयता शून्य हो जाती है नशे मे वह अपराध की ओर अग्रसर हो जाता हे तथा शांतिपूर्ण समाज के लिए अभिशाप बन जाता है।
弄शराब :-इसके नियमित सेवन से व्यक्ति पागल वह सुप्तावस्था मे हो जाता है हमारा लीवर शराब नही पचा -पाता ओर रोग-ग्रस्त हो हो जाता हैजिसके कारण बुखार, उल्टी,घबराहट,पेट ददॅ,भुख बंद, दिमागी शक्ति, स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती हे नींद नहीआती
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✍शराब के दुष्प्रभाव :-शराब सेवन से लीवर खराब हो जाता हे मुख मे छाले पड़ जाते हे पेट का कैंसर हो सकता है।पेट की सतही नलियो ओर रेशो पर इसका असर होता है ये पेट की अतड़ियो को नुकसान पहुँचाती है।अल्सर भी हो जाता हे जिससे गले वह पेट को जोड़ने वाली नली मे सुजन आ जाती है ओर अंत मे कैंसर हो जाता है।
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✍तम्बाकू के दुष्प्रभाव :
इसकेसेवन से तपेदीक,निमोनिया,साँस की बिमारीया सहित मुख,फैफड़े,गुर्दा मे कैंसर होने की संभावना बढ़ती है इससे चक्रीय रोग ओर उच्च रक्तचाप की समस्या भी रहती है ।
✍भांग के दुष्प्रभाव :- इसके नियमित सेवन से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है आदमी पागल जैसा हो जाता इसकी तलब जब लगती है तो इसके बिना रह नही पाता नशा एक ऐसी आदत हे जो व्यक्ति को तन-मन -धन से खोखला कर देती है आज बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक गुटखा पाउच की चपेट मे है शराब जैसे अन्य अधिक नशीले प्रदार्थो के सेवन से -------,✒
गुप्तांगो से खुन आना
उच्च रक्त चाप
हद्रयरोग,हैपेटाईटीस,पेट,मुख,स्तन,जिगरकैंसर,रक्ताल्पता,अल्सर,योन रोग आदी अन्य बिमारियो का इंसान शिकार हो जाता है।
लेकिन आयुर्वेद मे इस अंतरराष्ट्रीय विकराल समस्याका समाधान निकाल।लिया है इसका उपचार यदी धैर्य रखकर कीया जाए तो यह रोग जड़ से नष्ट कीया जा सकता है क्योंकि आयुर्वेद ही एक ऐसा उपचार हे जिसमें इस रोग को जड़ से पुरी तरह ठीक करने की सम्भावना होती है।
लेकिन आयुर्वेद मे इस अंतरराष्ट्रीय विकराल समस्याका समाधान निकाल।लिया है इसका उपचार यदी धैर्य रखकर कीया जाए तो यह रोग जड़ से नष्ट कीया जा सकता है क्योंकि आयुर्वेद ही एक ऐसा उपचार हे जिसमें इस रोग को जड़ से पुरी तरह ठीक करने की सम्भावना होती है।
🌱🌺☘️धूम्रपान छोड़ने के लिए आयुर्वेदिक उपचार
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🌺🌱धूम्रपान करने वालों लोगों को एक बड़ी गलतफहमी होती है कि धूम्रपान को छोड़ने के बाद स्वास्थ्य में गिरावट आती है और शरीर में सुधार होने में बहुत समय लगता है। मगर यह सत्य नहीं है।
☘️🌺🌱आयुर्वेद के अनुसार, निकोटीन का अत्याधिक मात्रा में सेवन शरीर के लिए हानिकारक है, इसे धूम्रपान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर पर इसका प्रभाव नकारात्मक होता है। निकोटीन में कुछ ऐसे नकारात्मक गुण होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
🌺🌱वात मानव शरीर की चिंता को शांत करने के लिए धुआं पसंद करता है और चिंता से व्याकुलता शांत करने के लिए व्यक्ति धूम्रपान करता है। पित मानव शरीर में अग्नि गुणों को पसंद करता है, इसे अधिक शक्तिशाली महसूस करवाने के लिए धूम्रपान का सहारा लिया जाता है।
🌱☘️कफ मानव शरीर उत्तेजक शक्ति पसंद करता है जो धूम्रपान से प्राप्त किया जा सकता है। धूम्रपान छोड़ने के आयुर्वेदिक तरीकों में से एक खुद धूम्रपान करना है। इसे धुतना या आयुर्वेदिक हर्बल धूम्रपान के रूप में जाना जाता है।आयुर्वेद के अनुसार, जो व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहता है उसे हर्बल धूम्रपान करना चाहिए।
🌱🌺☘️आयुर्वेद में कुछ ऐसी अच्छी तकनीकें हैं
🌱🌺अजवायन; जब आपको धूम्रपान की लालसा हो तो अजवायन के कुछ बीज लें और उन्हें चबाएं। शुरू में यह मुश्किल हो सकता है लेकिन नियमित रूप से चबाने से धूम्रपान करने की लत को दूर करने में मदद मिलेगी।
🌱🌺दालचीनी🌺🌱
🌱🌺तंबाकू की लत छुड़ाने में दालचीनी मदद करती है। जब भी आपको धूम्रपान या तम्बाकू या संबंधित चीजों की लालसा उत्पन्न हो तब आप दालचीनी का एक टुकड़ा लें और थोड़ी देर के लिए चूसते रहें। इससे आपको स्मोकिंग छोड़ने में मदद मिलेगी।
🌱🌺कॉपर के बर्तन पानी पीएं
🌱🌺कॉपर कंटेनर में रखा हुआ पानी पीने से शरीर में जमा हुए विषाक्त को निकालने में मदद मिलती है और समय की अवधि के साथ धूम्रपान या तम्बाकू के इस्तेमाल की लालसा भी कम हो जाती है।
🌱🌺त्रिफला🌺🌱
🌱🌺त्रिफला विषाक्त तत्वों को साफ़ करता है और विषैले धूम्रपान और तंबाकू के इस्तेमाल की लालसा को भी कम करता है। हर रात त्रिफला का एक बड़ा चमचा पानी के साथ लेकर सोने से शरीर को आराम मिलता है और मन भी शांत रहता हैं।
🌱🌺तुलसी पत्तियां
🌱🌺तुलसी पत्तियों को चबाने से धूम्रपान या तंबाकू के उपयोग की लालसा कम होती है, हर सुबह और शाम लगभग 2-3 तुलसी के पत्ते लें और उन्हें चबाएं। ऐसा करने से धूम्रपान की लत छूट जाती है।
🌱🌺कैलमास🌺🌱
🌱🌺कैलमास एक प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी कैलमास धूम्रपान की लत को दूर करने में मददगार है। घी के साथ कैलमास के पाउडर की एक चम्मच मिलाएं और इसे खालें। ऐसा करने से शरीर को धूम्रपान की लत से छुटकारा मिलता है।
🌱🌺अदरक, आमला,हल्दी
🌱🌺अदरक, आमला और हल्दी पाउडर से तैयार किये गए पाउडर को खाने से धूम्रपान या तंबाकू के उपयोग की लालसा कम होती है। अदरक, आमला, हल्दी के पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर उसके लड्डू बना लें और उस लड्डू को मुँह में रखकर चूसें। इससे आपको धूम्रपान छोड़ने में मदद मिलेगी।
🌱☘️अश्वगंधा-☘️🌱
🌱☘️अश्वगंधा शरीर को विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। यह चिंता का स्तर और तंबाकू की लत के विभिन्न रूपों को कम करने में भी मदद करता है। 450 मिलीग्राम अश्वगंधा की जड़ों से तैयार किए गए पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पीने से धूम्रपान की लत छूट जाती है।