कामसुत्र में बताई गई हैं मर्दों की ये खासियत,
चुटकियों में बाहों में आएंगी स्त्रियां!
कामसूत्र में पुरुषों की कुछ ऐसी खासियत का विवरण किया गया है, जिससे वो स्त्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करने में बड़ी आसानी से सफल हो जाते हैं।
1. कामसूत्र का विस्तृत नॉलेज
‘कामसूत्र’ के अनुसार जिन्हें कामसूत्र का विस्तृत नॉलेज हो, वैसे पुरुष स्त्रियों को आकर्षित करने में ज्यादा सफल हो पाते हैं। ऐसे पुरूष स्त्रियों को अपने ज्ञान के बल पर पा लेते हैं। क्योंकि बहुत सी स्त्रियों को ऐसे पुरूष ज्यादा पसंद हैं जो दिमाग के तेज हों। ऐसे पुरूष आसानी से लड़कियों के दिल को जीत लेते हैं। लड़कियां इनके साथ रहना बहुत पसंद करती हैं।
2. कहानी सुनाने में कुशल
ऐसे पुरुष भी स्त्रियों को काफी पसंद आते हैं, जो कहानी सुनाने में कुशल होते हों। मतलब की बातों को समय अनुसार विस्तार पूर्वक चुटीले ढंग से पेश करने में सक्षम हो। इस तरह के पुरूष स्त्रियों को कभी बोर नहीं होने देते। लड़कियों को मनोरंजन उस वक्त में जब वे सबसे ज्यादा उदास महसूस करती हों।
3. शारीरिक रूप से सक्षम
पूरी तरह शारीरिक रूप से सक्षम और युवा पुरुष स्त्रियों को ज्यादा भाते हैं। शारीरिक रूप से सक्षम पुरूष स्त्री को हर तरीके से संतुष्ट रख सकता है। उसे हर तरह का प्यार दे सकता है। इसलिए महिलाओं को ऐसे पूरूष ज्यादा पसंद आते हैं ।
4. कला कुशलता और क्रीडा
अपनी कला कुशलता और क्रीडाओं से भी विश्वास प्राप्त करने वाले पुरुष स्त्रियों को पसंद आते हैं। कई स्त्रियों को ऐसे पुरूष इसलिए आते हैं क्योंकि वे भी इस तरह की क्रीडाओं में दिलचस्पी रखती है। ये पुरूष शारीरिक तौर से ज्यादा मजबूत होते हैं।
5. फिजूल की बातें ना करने वाला
फिजूल की बातें ना करने वाला, उचित वार्तालाप करने वाले पुरुष स्त्रियों को पसंद आते हैं। लड़कियों में देखा गया है कि बकवास या बेमतलब की बातें करने वालों से ज्यादा दूरी बनाने के चलती हैं, क्योंकि एक समय के बाद इस तरह के लड़के बोर करने लगते हैं। जो पुरूष इस तरह की फिजूल बातों में न रहकर उचित वार्तालाप करें, स्त्रियों को पसंद आते हैं।
6. प्रसिद्धि सौभाग्यशाली पुरुष
जिस पुरुष की प्रसिद्धि सौभाग्यशाली पुरुष जैसी हो ऐसे युवक-युवतियों को भाते हैं। इस तरह के पुरूष से महिलाओं को उम्मीद रहती है कि वो भी उसके साथ जीवन की सारी खुशियां अर्जित करे।
7. नए वर के रूप में आए पुरुष
जमाता अर्थात नए वर के रूप में आए पुरुष। इस तरह के पुरूष महिलाओं को ज्यादा भाते हैं। ये नए वर के रूप में आए पुरूष पूर्ण रूप से सक्षम होते है। जो महिलाओं को हर तरह का सुख दे सकते हैं।
8. उपहार देने की आदत
जिनके स्वभाव में उपहार देने की आदत हो, ऐसे पुरुष स्त्रियों के दिल पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होते हैं। क्योंकि उपहार महिलाओं को बहुत ही अच्छा लगता है। इसलिए ऐसे पुरूष स्त्रियों को ज्यादा भांते हैं।
9. शूरवीर और साहसी पुरुष
शूरवीर और साहसी पुरुष हमेशा महिलाओं को आकर्षित करते हैं। ये पुरूष महिलाओं की रक्षा हर समय, हर क्षण कर सकते हैं। इसलिए ऐसे बाहुबली के साथ स्त्रियां खुद को सुरक्षित महसूस करती है।
10. भावनाओं व विश्वासों से परिचित
पुरुषों को सभी भावनाओं व विश्वासों से परिचित होना चाहिए। ऐसा करने से वे आसानी से महिलाओं की भावनाओं, इच्छाओं को आसानी से समक्ष सकते हैं।
11. ज्ञानी और अपने से बड़ों का सम्मान
विद्या के मामले में ज्ञानी और अपने से बड़ों का सम्मान करने वाला होना चाहिए। बहुत सी महिलाओं को ऐसे पुरूष पसंद आते हैं जो दूसरो का सम्मान करते हैं। जो घर में शिष्टाचार की भावना को जन्म दे सकते हैं।
12. उत्साही और महत्वाकांक्षी
‘कामसूत्र’ के अनुसार पुरुषों को उत्साही और महत्वाकांक्षी होना चाहिए। अकसर महिलाओं को इस तरह के उत्साही व महत्वाकांक्षी पुरूष ज्यादा पसंद आते हैं। जो महिलाओं का रोमांच का अनुभव करा सकें।
13. अस्थाई रूप से प्रेम
महिलाओं को पुरुषों से अपेक्षा होती है कि वह अस्थाई रूप से प्रेम करें। जहां प्रेम नहीं वहां कोई भी नांव किनारे नहीं लग सकती । इसलिए पुरूषों को प्यार करना आना चाहिए।
14. शक्तिशाली पुरुषों
शक्तिशाली पुरुषों को स्त्रियां बेहद पसंद करती हैं। शक्तिशाली पुरूष महिलाओं की रक्षा कर सकते हैं। स्त्रियों को भरोसा रहता हैं कि उसकी इज्जत से कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता । इसलिए वे बेखौफ घूमती हैं।
15. मूल्यवान वेश धारण
‘कामसूत्र’ में इस बात का जिक्र किया गया है कि, जो पुरुष ज्यादा मूल्यवान वेश धारण करते हैं, वो स्त्रियों को आकर्षित करते हैं।
16. शानो-शौकत
गुण, रूप, विद्या और शानो-शौकत के लिहाज से श्रेष्ठ पुरूष ज्यादातर महिलाओं को पसंद आते हैं। महिलाएं आकर्षित हो जाती हैं ऐसे पुरूषों की ओर ।
17. मृदुल व्यवहार
महिलाओं से मृदुल व्यवहार करने वाले पुरुष प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। इस तरह का व्यवहार करने से महिलाओं पूरी शिद्दत से पुरूषों का साथ देती है। कभी किसी चीज की कमी नहीं होने देती।
18. बुनियादी गुण वाले पुरुष
निष्कर्ष के तौर पर ये कहा जा सकता है कि, कुछ बुनियादी गुण वाले पुरुष हमेशा पसंद किए जाते हैं। कभी कभी ज्यादा गुण भी घमंड का कारण बन जाता है इसिलिए महिलाएं भी पुरूषों का चयन बड़े सोच विचार कर करती हैं।।
सात भागों में समाया कामसूत्र का
कामसूत्र
का नाम आते ही लोगों के जेहन में जो पहला शब्द आता है, सेक्स। लेकिन,
शायद इस महान ग्रंथ को केवल सेक्स के संदर्भ में लेना गलत होगा। कामसूत्र न
केवल सेक्स संबंधों के बारे में व्यावहारिक व उचित जानकारी देता है,
बल्कि यह दाम्पत्य जीवन के समस्त पहलुओं पर भी विस्तृत और गहन जानकारी
देता है।
महर्षि
वात्सायन के लिखे गए इस ग्रंथ में काम और सूत्र शब्द को बाकायदा भली
प्रकार वर्णित किया गया है। इसमें बताया गया है कि काम का अर्थ है इच्छा।
और इच्छा कैसी भी हो सकती है, खासतौर पर सेक्सुअल इच्छा। और सूत्र से अर्थ
जीवन के समस्त पहलुओं को एक सूत्र में पूरे करीने से पिरोने की बात कही
गयी है।
復復復☂☂☂
कामसूत्र
के बारे में यह कहना गलत नहीं होगा कि यह व्यक्ति के सामाजिक और निजी
जीवन के हर भाग को समाहित करता है। यह वहां पहुंचता है जहां आमतौर पर
व्यक्ति की दृष्टि नहीं पहुंचती। यह न केवल काम की बात करता है, बल्कि
प्रेम की प्रवृत्ति, परिवार की भूमिका और परिवार की महत्ता आदि के बारे में
भी विस्तृत चर्चा करता है। जीवन में आनंद कैसे पाया जाए, सेक्स लाइफ को
बेहतर और सुखद कैसे बनाया जाए आदि बातों पर भी कामसूत्र में विस्तार से
चर्चा की गयी है।
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आज जबकि सेक्स को लेकर समाज में स्वच्छंदता का वातावरण है, इससे सेक्स संबंधी रोगों में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में कामसूत्र की महत्ता और भी बढ़ जाती है। कामसूत्र में सेक्सुअल समस्याओं को दूर करने और उनसे बचने के उपायों के विषय में भी वर्णन है।
किताब है पुरानी लेकिन आज भी है उपयोगी
हालांकि यह रचना 1500 से 2000 वर्ष पुरानी है, लेकिन मौजूदा दौर में भी इसकी उपयोगिता में कोई कमी नहीं आई है।
कामसूत्र
में सात भागों को 36 अध्यायों में बांटा गया है। इनमें कुल 1250 श्लोक
हैं। सात भाग में से एक भाग में प्रेम कला को 8 श्रेणियों में बांटा गया है
जिनमें 8-8 भेद हैं। यानी सेक्स के लिए 64 पोजीशंस की बात की गई है।
कामसूत्र के 7 भाग इस प्रकार हैं, जिसमें पूरे ग्रंथ का समावेश है।
भाग 1
पहले
भाग में, जीवन के लक्ष्य की बात कही गई है। इसमें जीवन की प्राथमिकताएं
और ज्ञान के बारे में बातें की गई हैं। सुखी-संपन्न कैसे बनें इन सबके साथ
कैसे आप प्रेम की दुनिया में प्रवेश करें इत्यादि बातों के बारे में बताया
गया है।
भाग 2
इस
भाग में मनुष्य की इच्छाओं का वर्णन किया गया है। इसमें संभोग के आयामों
जैसे आलिंगन, चुंबन, नाखूनों का इस्तेमाल, दांतों का इस्तेमाल, संभोग काल,
ओरल सेक्स, इंटरकोर्स, विपरीत लिंग रति इत्यादि चीजों का वर्णन हैं। इन
इच्छाओं को कैसे 64 पोजीशंन के जरिए पूरा किया जा सकता है। ये सब इस भाग
में वर्णित है जिसके कारण कामसूत्र ग्रंथ इतना मशहूर हुआ।
भाग 3
कितने
प्रकार की होती है शादी, अच्छी लड़की कैसे पाएं, लड़की आरामदायक स्थिति
में कब होती है, अकेले कैसे रहें, शादी कैसे दो लोगों का मिलन है इत्यादि
विषयों पर इस भाग में चर्चा की गई है।
भाग 4
एक
पत्नी का आचरण कैसा होना चाहिए। यदि एक से ज्यादा पत्नी हैं तो मुख्य
पत्नी का आचरण कैसा हो और बाकी का आचरण कैसा हो, इन सब बातों के बारे में
इस भाग में चर्चा की गई है।
भाग 5
इस
भाग में पुरुष और महिला के आपसी व्यवहार के बारे में इस भाग में चर्चा की
गई है। इसमें बताया गया है कि स्त्री-पुरुष एक दूसरे को कैसे जानें, किस
प्रकार एक दूसरे की भावनाओं का मूल्यांकन करें, इसके साथ ही महिलाओं के
व्यवहार के संदर्भ में भी इस भाग में चर्चा की गई है।
भाग 6
इस
भाग में महिलाओं के लिए जानकारी दी गई है। इसमें महिलाओं को बताया गया है
कि प्रेमी के चयन में किन बातों का ध्यान रखा जाए। अच्छा प्रेमी कैसे
चुना जाए। पूर्व प्रेमी से निपटने के तरीके, दोस्ती को रिचार्ज करने के
जरिए आदि पर इस भाग में विस्तार से चर्चा की गई है।
भाग 7
शारीरिक
आकर्षण कैसे बढ़ाएं, सेक्सुअल क्षमता की कमी को दूर करने के तरीके, इन
सबके बारे में कामसूत्र के अंतिम भाग में चर्चा की गई है।
कामसूत्र
इन सात चरणों में लिखा गया है। इन चरणों को पढ़ने से ही अंदाजा लग जाता है
कि कामसूत्र केवल सेक्स ही नहीं है, इसमें काफी कुछ है। इसमें मनुष्य की
रोजमर्रा की चिंताओं, परेशानियों और खुशी के बारे में बताया गया है। इसमें
समझाया गया है कि अपनी इच्छाओं को कैसे नियंत्रित अथवा पूरा करें। इसमें
महज स्त्री-पुरुष संबंधों पर ही नहीं, बल्कि दोस्त, परिवार और सहयोगियों
आदि अन्य संबंधों पर भी खुलकर चर्चा की गई है। कामसूत्र इस नियम पर काम
करता है कि सेक्स पर दैनिक कार्यकलापों का गहरा असर पड़ता है। इसलिए अगर
व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं प्रसन्न नहीं है, तो वह
सेक्स के वास्तविक आनंद नही ले सकते।