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गुरुवार, 6 दिसंबर 2018

#डेंगू की समुचित जानकारी और #उपचार | #Symptoms and #treatment of #Dengue | #Healthyho

 * डेंगू की समुचित जानकारी *

*पानी ठहरेगा जहां, डेंगू पनपेगा वहां
*एडिड मछर से फैलता है डेंगू
*खुद डॉक्टर ना बनें
*सारे घर को चेक करें,  टायर, ट्यूब, प्लास्टिक के डब्बे, कूलर, फ्रिज का वेस्ट पानी
*अगर पानी हो तो सरसों का तेल, केरोसिन, पेट्रोल, डीजल डालें।
डेंगू तीन प्रकार का होता है।
1. क्लासिकल
2. हैमरेजिक
3. शोंक सिंड्रोम
क्लासिकल साधारण डेंगू है जो कि कुछ समय बाद खुद ठीक हो जाता है। अधिकतर मरीज इसी डेंगू से पीड़ित हैं।
*डेंगू के असली लक्षण*
1. तेज बुखार आना
2. सर भारी या सिर् में दर्द
3. उल्टी की शिक़ायत या जी मिचलाना
4. सारे शरीर में दर्द
5.  3 से 4 दिन बाद भी बुखार का उतरना चढना
*रोग के ज्यादा बढ़ने पर :--*
1. मसूड़ों से खून आना। नाक कान मुँह से भी खून आ सकता है।
2. शरीर पर लाल रंग के चकते उभरना।।
तुरंत हस्पताल में जाऐं ।
*डेंगू की अफवाएं*
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि *डेंगू कोई गम्भीर बीमारी नहीं है।*
समय पर सचेत ना होने पर, खुद डॉक्टर बनने पर, गलत दवाई लेने पर, ज्यादा घबराने पर, खाना पीना छोड़ देने पर और समय पर दवाई ना लेने पर ही यह रोग गंभीर हो जाता है।
* क्या हैं प्लेटलेट*
हमारे शरीर में 15000 से 450000 प्लेटलेट्स होने चाहियें ।
नोटः मौसमी बुखार में भी हमारे प्लेटलेट्स कम हो सकते हैं | इस लिए हर बुखार को डेंगू ना मानें।
दूसरी बात 40000 तक प्लेटलेट्स रह जाएं तो भी ना घबराएं । 25000 प्लेटलेट वाले मरीज ने भी इलाज मिलने के बाद 3 से 4 दिन में ही रिकवर कर लिया।पर अपने डाकटर से मिलकर तय करें कि अस्पताल में उपचार के लिए जाने की आवश्यकता है कि नहीं ।
                      *प्लेटलेट घटते कैसे हैं ?*
1.  किसी भी प्रकार का तरल ना लेने पर।
2.  सामान्य बुखार में दी जाने वाली दवाएं जैसे की एंटीबायोटिक लेने पर। एंटीबायोटिक हमारे शरीर के प्लेटलेट्स पर असर डालती हैं।
3.  मानसिक रूप से कमजोर होने पर। घबरा जाने पर । आप अपने दिमाग पर जोर देंगे, हौसला छोड़ देंगे तो प्लेटलेटस घटने लगेंगे।
*प्लेटलेट्स बढाने के लिए ।
1.  ज्यादा से ज्यादा तरल पीने पर चाहे वो RO पानी ही क्यों न हो।
2.   हर 1 या 2 घण्टे में बार बार पीने को दें।
3.  अगर उल्टी आए तो ग्लूकोस चढ़वा सकते हैं ।
4.  हौसला बनाये रखें | इससे भी प्लेटलेट्स बढ़ने में मदद मिलेगी। मरीज जल्दी रिकवर करेगा।
5.  पीने में सिर्फ RO का या गरम करके ठंडा किया हुआ पानी दें। नारियल पानी, अनार जूस, मिक्स जूस, फ्रूटी, दूध, बकरी का उत्तम है।
6.  घरेलू उपचार में गिलोय और पपीते के पत्तों को पीस कर रस पिला सकते हैं। गेहूं के हरे पोधे का रस भी उत्तम है।अपने डा  की देख रेख में ही लें।
7.  बुखार आने पर सिर्फ पारासिटामोल की गोलीParacetamol डाकटर की सलाह से ही लें। एस्प्रिन, ब्रुफिन् हरगिज न लें। आज कल मार्किट में प्लेटलेट्स बढ़ाने की गोली भी आई हुई है। आप वो भी ले सकते हैं।
                              *रोचक तथ्य*
1.  डेंगू का बुखार लगभग 2 से 10 दिन तक ही रहता है। हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इसे हमारे शरीर के हिसाब से काबू कर लेती है।
2.  हमारे यह महामारी का रूप ले चुका है । अफवाहों से बचें व् समय पर इलाज लें।
*डेंगू से बचें रहें ।*
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🐜डेंगू  : एक खतरनाक बीमारी🐜

आयुर्वेदिक उपचार  :

            आजकल डेंगू एक बड़ी समस्या के रूप में उभरा हुआ है, जिससे कई लोगों की जान जा रही है. यह एक ऐसा वायरल रोग है जिसका मेडिकल चिकित्सा पद्धति में कोई उपचार नहीं है । दवा के साथ साथ इन उपायों को भी करें
       यह  इतना सरल और सस्ता है कि उसे कोई भी कर सकता है ।



             तीव्र ज्वर होना, सिर में तेज़ दर्द होना, आँखों के पीछे दर्द होना, उल्टियाँ लगना, त्वचा का सूखना तथा खून के प्लेटलेट की मात्रा का तेज़ी से कम होना डेंगू के कुछ लक्षण हैं ।   जिनका यदि समय पर उपचार न किया जाए तो रोगी की मृत्यु भी सकती है ।
        यदि आपके किसी भी जानकार को यह रोग हुआ हो और खून में प्लेटलेट की संख्या कम होती जा रही हो तो निम्न में से कुछ उपाय जो संभव हो अपना सकते हैं।
🔅 अनार का जूस
🔅 गेंहूँ के ज्वारे का रस
🔅 पपीते के पत्तों का रस
🔅 गिलोय/अमृता का किसी भी रूप में सेवन
🔅 घृत कुमारी (एलोवेरा) स्वरस
🔅  बकरी का दूध
🔅  किवी फल का अधिक सेवन
🔅 नारियल पानी का अधिक सेवन

☀ विशेष  :
 रोगी को यदि उल्टियाँ हों तो सेब के रस में नीम्बू मिलाकर सेवन करायें दिन में 2 से 3 बार

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