हाथ और पैरों की जलन होती तो ... 🌹
🌹1 बड़े चम्मच हल्दी में पर्याप्त मात्रा में पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं. इसे अपने तलवों पर अच्छी तरह लगाएं. 5 मिनट ऐसे ही रहने दें और फिर इसे अच्छी तरह धो लें ।
🌹पैरों में जलन की दवा अगर कोई है तो सेंधा नमक है. इसके लिए आप एक टब गुनगुने पानी में एक चौथाई कप सेंधा नमक मिलाएं. इसमें अपने पैरों को 10 से 15 मिनट तक डुबोकर रखें. इसके बाद पैरों को अच्छी तरह पोंछ लें ।
🌹एक टब में ठंडा पानी लें और पैरों को इसमें 5 मिनट तक डुबोकर रखें. दो मिनट बाद फिर इसे 5 मिनट तक डुबोकर रखें. दो से तीन बार ऐसा करें ।
🌹अदरक के रस में थोड़ा सा जैतून तेल या नारियल तेल मिक्स कर के गरम कर लें और इससे अपने एडियों तथा तलवों पर 10 मिनट के लिये मालिश करें।
🌹लौकी को घिस लें और या फिर उसके गूदे को निकाल कर पैरों के तलवों में लगाने से पैरों की गर्मी और जलन दूर होती है।
🌹सूखे धनिये और मिश्री को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। फिर इसको 2 चम्मच की मात्रा में रोजाना 4 बार ठंडे पानी से लेने से हाथ और पैरों की जलन दूर हो जाती है।
अदरक व सोंठ सेवन से स्वास्थ्य लाभ🌹
🌹यह तीखी, उष्ण, कफ-वातशामक एवं जठराग्निवर्धक है। यह जुकाम, खाँसी, श्वास, मंदाग्नि आदि वर्षा ऋतु जन्य अनेक तकलीफों में लाभदायी व हृदय की क्रियाशक्ति को बढ़ाने वाली है।
🌹औषधि-प्रयोगः दूध में 1-2 चुटकी सोंठ मिलाकर पीना हृदय के लिए बलदायी है अथवा तज का छोटा टुकड़ा डालकर उबाला हुआ दूध पी जायें (तज का टुकड़ा खाना नहीं है)।
ताजी छाछ में चुटकीभर सोंठ, सेंधा नमक व काली मिर्च मिलाकर पीने से आँव, मरोड़ तथा दस्त दूर होकर भोजन में रूचि बढ़ती है।
🌹10 मि.ली. अदरक के रस में 1 चम्मच घी मिलाकर पीने से पीठ, कमर व जाँघ के दर्द में राहत मिलती है।
🌹अदरक के रस में सेंधा नमक या हींग मिलाकर मालिश करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
ओजवान तेजवान बनने का प्रयोग🌹
🌹जितने तुलसी के बीज हों उनसे दुगना गुड़ ले लो। मान लो 100 ग्राम तुलसी के बीज हैं तो 200 ग्राम गुड़ ले लो।
तुलसी के बीजों को मिक्सी में पीस लो और फिर उस चूर्ण में गुड़ की चाशनी मिलाकर 1-1 ग्राम की गोलियाँ बना लो। बड़े लोग 2 गोली और छोटे बच्चे 1 गोली खाली पेट चूसें। यह गोली सुबह शाम लेने वाले विद्यार्थी की यादशक्ति तो बढ़ेगी, साथ ही साथ वह वीर्यवान, ओजवान, तेजवान एवं बुद्धिमान बनेगा। डरपोक में भी बल आ जायेगा। इसके प्रयोग से कई बीमारियाँ भाग जाती हैं, जैसे स्वप्नदोष, कमजोरी, चमड़ी के रोग, पेट की खराबियाँ, पेट के कृमि, गैस, एसिडिटी, घुटनों का दर्द, ट्यूमर, कैंसर आदि। इससे बहुत फायदा होता है।
🌹शास्त्रों में तो यहाँ तक लिखा है कि ये गोलियाँ यदि कोई नपुंसकता से ग्रस्त व्यक्ति भी खाये तो उसमें भी मर्दानगी आ जायेगी, तो पुरुषों और महिलाओं की तो बात ही क्या ! तुलसी के बीज सभी के लिए लाभप्रद हैं। गर्मियों में यह प्रयोग बंद कर देना या कम कर देना। ये गोलियाँ पानी से भी ले सकते हैं।
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