शनिवार, 17 अक्तूबर 2020

#दही #curd #छाछ की तुलना #अमृत #Buttermilk उष्णता तुरंत कम होके अच्छी शांत नींद


 छाछ👌👌👌👌          
आयुर्वेद  शास्त्र में छाछ की तुलना अमृत के साथ की है. शरीर के भीतर के घातक पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकालकर फेंकने की ताकत  छाछ  (तक्र) में है. शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को बढ़ाने की ताकत इसमें है. छाछ का नियमित सेवन करने से शरीर बलवान होता है.
   इसमें एक अति महत्व की बात है कि 3 दिन पूर्ण रूप से  दूसरा कुछ भी बिना खाए केवल छाछ पर रहने से बहुत ज्यादा लाभ मिलता है.  अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है. शरीर से अनावश्यक चर्बी झड़ जाती है. इतना ही नहीं चेहरे के ऊपर अच्छा तेज आजाता है और काले दाग निकल जाते हैं. चेहरा  तेजपुंज फुर्तीला और तेजस्वी दिखाई देने  लगता है.
   छाछ में विटामिन B - 12,  कैल्शियम , पोटेशियम ,'फॉस्फोरस ऐसे अनेक तत्व रहते हैं,  जो शरीर के लिए लाभदायक रहते हैं.   जिसका पेट साफ नहीं होता , पेट से आवाज निकलती है , उसे  छाछ पीने से  वह बीमारियां समाप्त होने लगती है.  छाछ पीने से शरीर के 90% कमियां भर के निकल आती है.  उष्णता तुरंत कम होके अच्छी शांत नींद लगने लगती है.  साधारण व्यक्ति भी अगर हर रोज छाछ पिए तो उसके शरीर की उष्णता कम होती है और ताकत बढ़ती है.

छाछ पीने के  यह 10 फायदे हम  जानेंगे और कोल्ड ड्रिंक पीना बंद करेंगे
1) छाछ पीने से मोटापा कम होता है
2) बार-बार पेशाब की तकलीफ है तो  छाछ में नमक डालकर पीने से तकलीफ कम होती है
3) दही का पानी या छाछ पीने से  मुंह के छाले कम हो जाते हैं
4) छाछ में अजवाइन डालकर पीने से पेट के अंदर के  जंतु समाप्त हो जाते हैं
5) छाछ में गुड़ डालकर पीने से पेशाब में होने वाली  जलन  की तकलीफ कम होती है
6) छाछ में जायफल का पाउडर डालकर पीने से सर दर्द कम होता है
7) खाली पेट छाछ पीने से पेट दर्द की तकलीफ कम होती है
8) छाछ में शक्कर और काली मिर्च का पाउडर डालकर पीने से पित्त एसिडिटी की तकलीफ कम होती है
9) छोटे बच्चों के जब दांत निकलते हैं तो उनको चार चार चम्मच  छाछ दिन में तीन चार बार पिलाने से दांत में होने वाली तकलीफ कम होती है
10) सबसे महत्व की बात की 3 दिन बिना कुछ खाए पिए छाछ पीने से  अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है
जिन्होंने पहले पैसे खर्च करके पंचकर्म किया है उन्होंने यह 3 दिन का प्रयोग करके देख लेना.  आपके स्वयं ध्यान में आ जाएगी बात
तबीयत तो ठीक होगी ही और पैसा भी बचेगा,  ऐसे 3 दिन का छाछ का प्रयोग 6 महीने में एक बार अवश्य करना चाहिए.  भविष्य में होने वाले बड़े बीमारियों से भी  टाला जा सकता है. होने वाली तकलीफ और औषधियों का खर्च भी बचेगा

"स्वास्थ्य ही जीवन है"
 "प्रथम सुख निरोगी काया"

दही में नमक डाल कर न खाऐं दही हमेशा सादा या मीठा ही खाएं


कभी भी आप दही को नमक के साथ मत खाईये । दही को अगर खाना ही है, तो हमेशा दही को मीठी चीज़ों के साथ खाना चाहिए जैसे कि चीनी, गुड, शक्कर या बूरे के साथ आदि ।

इस क्रिया को और बेहतर से समझने के लिए आपको बाज़ार जाकर किसी भी साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट की दूकान पर जाना है, और वहां से आपको एक लेंस खरीदना है। अब अगर आप दही में इस लेंस से देखेंगे तो आपको छोटे- छोटे हजारों बैक्टीरिया नज़र आएंगे ।

ये बैक्टीरिया जीवित अवस्था में आपको इधर- उधर चलते- फिरते नजर आएंगे । ये बैक्टीरिया जीवित अवस्था में ही हमारे शरीर में जाने चाहिए....? क्योंकि जब हम दही खाते हैं तो हमारे अंदर एंजाइम प्रोसैस अच्छे से चलता है ।

हम दही केवल बैक्टीरिया के लिए खाते हैं ।

दही को आयुर्वेद की भाषा में जीवाणुओं का घर माना जाता है, अगर एक कप दही में आप जीवाणुओं की गिनती करेंगे तो करोड़ों जीवाणु नजर आएंगे ।

अगर आप मीठा दही खायेंगे तो ये बैक्टीरिया आपके लिए काफ़ी फायदेमंद साबित होंगे ।

वहीं अगर आप दही में एक चुटकी नमक भी मिला लें तो एक मिनट में सारे बैक्टीरिया मर जायेंगे और उनकी लाश ही हमारे अंदर जाएगी जो कि किसी काम नहीं आएगी ।

अगर आप 100 किलो दही में एक चुटकी नामक डालेंगे तो दही के सारे बैक्टीरियल गुण खत्म हो जायेंगे....? क्योंकि नमक में जो कैमिकल्स है वह इन जीवाणुओं के दुश्मन है ।

आयुर्वेद में कहा गया है कि दही में ऐसी चीज़ मिलाएं, जो कि जीवाणुओं को बढाये ना कि उन्हें मारे या खत्म करे ।

दही को गुड़ के साथ खाईये, गुड़ डालते ही जीवाणुओं की संख्या मल्टीप्लाई हो जाती है और वह एक करोड़ से दो करोड़ हो जाते हैं । थोड़ी देर गुड मिला कर रख दीजिए ।

बूरा डालकर भी दही में जीवाणुओं की ग्रोथ कई गुना ज्यादा हो जाती है ।

मिश्री को अगर दही में डाला जाये तो ये सोने पर सुहागे का काम करेगी ।

भगवान कृष्ण भी दही को मिश्री के साथ ही खाते थे ।

पुराने समय के लोग अक्सर दही में गुड़ डाल कर दिया करते थे।
*तो फिर छाछ 🥛🥛 पीना शुरू करेंगे, आज से ही कोल्ड ड्रिंक को बंद कर देंगे

 #छाछ की तुलना #अमृत #Buttermilk #दही #curd

 

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छाछ👌👌  
      
आयुर्वेद  शास्त्र में छाछ की तुलना अमृत के साथ की है. शरीर के भीतर के घातक पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकालकर फेंकने की ताकत  छाछ  (तक्र) में है. शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को बढ़ाने की ताकत इसमें है. छाछ का नियमित सेवन करने से शरीर बलवान होता है.
   इसमें एक अति महत्व की बात है कि 3 दिन पूर्ण रूप से  दूसरा कुछ भी बिना खाए केवल छाछ पर रहने से बहुत ज्यादा लाभ मिलता है.  अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है. शरीर से अनावश्यक चर्बी झड़ जाती है. इतना ही नहीं चेहरे के ऊपर अच्छा तेज आजाता है और काले दाग निकल जाते हैं. चेहरा  तेजपुंज फुर्तीला और तेजस्वी दिखाई देने  लगता है.
   छाछ में विटामिन B - 12,  कैल्शियम , पोटेशियम ,'फॉस्फोरस ऐसे अनेक तत्व रहते हैं,  जो शरीर के लिए लाभदायक रहते हैं.   जिसका पेट साफ नहीं होता , पेट से आवाज निकलती है , उसे  छाछ पीने से  वह बीमारियां समाप्त होने लगती है.  छाछ पीने से शरीर के 90% कमियां भर के निकल आती है.  उष्णता तुरंत कम होके अच्छी शांत नींद लगने लगती है.  साधारण व्यक्ति भी अगर हर रोज छाछ पिए तो उसके शरीर की उष्णता कम होती है और ताकत बढ़ती है.

छाछ पीने के  यह 10 फायदे हम  जानेंगे और कोल्ड ड्रिंक पीना बंद करेंगे
1) छाछ पीने से मोटापा कम होता है
2) बार-बार पेशाब की तकलीफ है तो  छाछ में नमक डालकर पीने से तकलीफ कम होती है
3) दही का पानी या छाछ पीने से  मुंह के छाले कम हो जाते हैं
4) छाछ में अजवाइन डालकर पीने से पेट के अंदर के  जंतु समाप्त हो जाते हैं
5) छाछ में गुड़ डालकर पीने से पेशाब में होने वाली  जलन  की तकलीफ कम होती है
6) छाछ में जायफल का पाउडर डालकर पीने से सर दर्द कम होता है
7) खाली पेट छाछ पीने से पेट दर्द की तकलीफ कम होती है
8) छाछ में शक्कर और काली मिर्च का पाउडर डालकर पीने से पित्त एसिडिटी की तकलीफ कम होती है
9) छोटे बच्चों के जब दांत निकलते हैं तो उनको चार चार चम्मच  छाछ दिन में तीन चार बार पिलाने से दांत में होने वाली तकलीफ कम होती है
10) सबसे महत्व की बात की 3 दिन बिना कुछ खाए पिए छाछ पीने से  अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है
जिन्होंने पहले पैसे खर्च करके पंचकर्म किया है उन्होंने यह 3 दिन का प्रयोग करके देख लेना.  आपके स्वयं ध्यान में आ जाएगी बात
तबीयत तो ठीक होगी ही और पैसा भी बचेगा,  ऐसे 3 दिन का छाछ का प्रयोग 6 महीने में एक बार अवश्य करना चाहिए.  भविष्य में होने वाले बड़े बीमारियों से भी  टाला जा सकता है. होने वाली तकलीफ और औषधियों का खर्च भी बचेगा

तो फिर छाछ 🥛🥛 पीना शुरू करेंगे, आज से ही कोल्ड ड्रिंक को बंद कर देंगे

 

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